ग्वालियर– ग्वालियर के माधव बाल निकेतन के प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाये गये है ये आरोप वहां रहने वाले बच्चो और उनके लिये खाना मुहैया कराने वाले लोगो ने लगाये है आरोप है कि यहां भीषण गर्मी बच्चो को ना सिर्फ बंद कमरो में रखा जाता है बल्कि उन्हें खाने के लिये भी पर्याप्त भोजन नही दिया जाता ।ऊपर से बच्चो की मारपीट भी की जाती है एक मानसिंक रूप से विकलांग युवती को ताले में बंद कर रखा गया है। इसको लेकर मंगलवार को हिन्दू महासभा के लोगो ने बाल निकेतन पहुचकर हंगामा किया और प्रबंधन को अपने व्यवहार में परिवर्तन लाने और व्यवस्थाये सुधारने की चेतावनी दी।
बेसहारा बच्चों का लालन पालन करने वाली संस्था में बच्चो के साथ अमानवीय व्यहार किया जा रहा है। हालात इतनें खराब है कि बच्चों को भूखा रखा जाता है। और आवाज उठाने पर बच्चों से मारपीट की जाती है। यहां तक कि एक लड़की को तालो में बंद कमरे में रखा गया है। ये युवती मानसिक रूप से भी अस्वस्थ है 38 डिग्री तापमान में ये युवती दिन भी खिडकी पर बैठकर खुद को मुक्त कराने की मांग करती है। घटना की जानकारी मिलने के बाद हिन्दु संगठन से जुडे लोग वहां पहुच गये और हंगामा करने लगे वहा रंहने वाले बच्चों से बात की तो बच्चों नें कैमरे पर जुल्म की पूरी दास्तान ब्यां कर दी। बच्चों से बाथरूम की गंदगी हाथों से उठवाई जाती है। भूखे पेट सोना पड़ता है,कमरेा में न लाईट और न पंखा।
दान दाताओं के द्वारा इस संस्था को भरपूर सामग्री दी जाती है। जिसका इस्तेमाल ही नही होता है। जबकि किचिन में ना तो कोई मसाले थे और ना ही सब्जी भाजी। यहां तक की कीड़े लगे आटें से बना भेाजन परोसा जाता है। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक दानदाता बच्चों को भोजन कराने गया। तों उसने तालें में कैद गर्मी से बेहाल बच्ची की दर्दनाक पुकार सुनी। आपको यह बताना भी मुनासिंब होगा कि माधव बाल निकेतन के संरक्षक भाजपा नेता राकेश रायजादा है। लेकिन जब आश्रम की अधीक्षक से बात की तों वे अपनी दलीले देनें लगी। वहीं दान दाता नें पूरी बात सोशल मिडिया पर पोस्ट करने के बाद हिंदू संग्ठनों नें माधव बाल निकेतन पहुचं कर हालात जानें उधर प्रशासन का कहना है कि माधव बाल निकेतन की जांच में जो भी तथ्य आयेगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जायगी।