जीआर मेडिकल कॉलेज में अगले महीने स्थापित होगी एलपीए लैब, मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा भोपाल
ग्वालियर- ग्वालियर के टीबी अस्पताल में प्रदेश की पहली एलपीए लाइव स्थापित होने जा रही हैं। फरवरी महीने में इस लैब के स्थापना हो जाने की संभावना हैं।
दरअसल एलपीए यानी लाईन प्रो ऐसेस के मरीजों के लिए काफी महत्वपूर्ण सुविधा मानी जाती है। यह मशीन में मरीजों के भीतर बैक्टीरिया का पता लगाने और बैक्टीरिया पर कौन सी दवाई का कितना असर हो रहा हैं। यह पता लगाने के लिए किया जाता है क्योंकि ग्वालियर चंबल संभाग में टीबी के मरीजों की संख्या ज्यादा है और पूर्व में बिगड़ी हुई टीबी के मरीजों को जांच के लिए भोपाल जाना पड़ता था। इससे उन पर समय और पैसे का दोहरी मार पड़ती थी।
लेकिन केंद्र सरकार ने ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में इसलिए की स्थापना के लिए पिछले साल नोटिफिकेशन जारी किया था। इस नोटिफिकेशन के बाद अब एलपीए मशीन मेडिकल कॉलेज में आ चुकी है और जल्दी ही यह मरीजों को अपनी सुविधा प्रदान करने लगेगी। ग्वालियर चंबल संभाग में क्षय रोग से पीड़ितों की संख्या पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी हैं। खुले में थूकना और समय पर इलाज नहीं कराने से यह समस्या दिनोंदिन फैल रही हैं। डॉक्टरों के मुताबिक टीवी के मरीज की एक खकार में करीब 5 हजार टीबी के वायरस होते हैं जो काफी देर तक हवा में रहते हैं। इस बीच यदि कोई दूसरा व्यक्ति उनके संपर्क में आ जाता है। तो वह भी सहयोगी हो जाता है इसलिए डॉक्टर टीबी के को सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। भारत में प्रति लाख व्यक्ति पर 216 मरीज टीबी के पाए जाते हैं।