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ग्वालियरभोपालमध्य प्रदेश

प्रदेश के 30 जिलों में टिड्डी दलों का हमला…सब्जी फलों की फसलों को भारी नुकसान

  • प्रदेश के 30 जिलों में टिड्डी दलों का हमला

  • सब्जी फलों की फसलों को भारी नुकसान

  • आंकलन कर मुआवजा देगी संरकार कहा कृषि मंत्री ने

भोपाल ,ग्वालियर– देश में 5 प्रदेशों में कहर बरपाने के साथ टिड्डी दल ने मध्यप्रदेश में भी प्रवेश कर लिया हैं और 28 जिलों के बाद आज एक टिड्डी दल राजस्थान से श्योपुर के रास्ते ग्वालियर भी आ पहुंचा हैं जो आगे मुरैना होता हुआ उत्तर प्रदेश की सीमा में दाखिल हो सकता है इसे लेकर आगरा मथुरा में एलर्ट जारी हो गया हैं।

पाकिस्तान होता हुआ टिड्डी दल 17 मई को मध्यप्रदेश के नीमच पहुंचा था इसके बाद करीब आधा दर्जन टिड्डी दलों ने मध्यप्रदेश के अलग अलग इलाकों में प्रवेश किया और इस तरह 29 जिलों की फसलें खासकर सब्जी और फलों की फसल को इस टिड्डी दल ने अत्याधिक प्रभावित किया हैं और जहां टिड्डी दल बैठा वहां सब कुछ नष्ट हो गया।

राजस्थान होते हुए मध्यप्रदेश के नीमच से टिड्डी दल ने प्रवेश किया आगे बढ़ते हुए यह नीमच से मंदसौर रातलाम जावरा अंचल में प्रवेश किया और इन जिलों को प्रभावित किया, एक दूसरा टिड्डी दल आगर मालवा होता हुआ शाजापुर जिले में आया जो कुछ गांवों में कहर बरपाता हुआ उज्जैन के बड़नगर तराना महीदपुर होते हुए देवास पहुंचा और वहां से हरदा की तरफ मुड़ गया इस टिड्डी दल ने बड़नगर से धार की सीमा में प्रवेश किया और भारी नुजसान पहुंचाया।

अब एक तीसरा दल सक्रिय हुआ जो राजस्थान के जिलों से होता हुआ नीमच जिले की छोटी सांदड़ी मनासा रामपुरा तक आ गया ।जबकि एक अन्य टिड्डी दल पिछले दो तीन दिन तक शांजापुर नलखेड़ा से लगे ग्रामीण इलाकों में छा गया जबकि एक दल मंदसौर औऱ नीमच के सीमावर्ती इलाकों में देखा गया।

आज एक टिड्डी दल राजस्थान से मध्यप्रदेश की सीमा में घुसा और श्योपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में कहर बरपाता हुआ ग्वालियर के सीमावर्ती ग्रामीण इलाकों में आया और बताया जाता हैं यहां से टर्न लेता हुआ मुरैना की तरफ मुड़ गया जानकारी के अनुसार यह टिड्डी दल राजस्थान के धौलपुर होता हुआ उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगा इसको लेकर आगरा और मथुरा के जिला प्रशासन ने एलर्ट जारी कर दिया हैं।

आज दतिया जिले में भी टिड्डी दल ने प्रवेश कर लिया जिले की भांडेर तहसील के भलका भिटारी और कमलापुरी सहित आधा दर्जन गांवों में टिड्डी दलों ने हमला किया और पूरा आकाश उंनसे भर गया टिड्डी दल पेड़ पौधों पर छा गया, इन गांवों में कुछ जगह सब्जी की फसलों को नुकसान होने की जानकारी मिली है जिनको भगाने के लिये क्षेत्रीय ग्रामीणों ने देशी संसाधनों से प्रयास भी किया जो नाकाफी साबित हुआ।

संभागीय स्तर पर टिड्डी दल नियंत्रण के लिये टीमें बना दी गई हैं जो स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर इनसे बचाव और इन्हें नष्ट करने की मुहिम चला रही हैं।इधर विंध्य के सतना जिले के धतुआ गांव पहुंचे टिड्डी दल पर कृषि विभाग की टीम ने एक साथ 5 दमकलों से केमिकल अटैक किया जिसमें 50 फीसदी से ज्यादा टिड्डियों का सफाया हो गया जबकि उज्जैन और शाजापुर नलखेड़ा और लेलकी गांव में भी टिड्डी दल ने फसलों पर हमला किया जिंन्हे ग्रामीणों ने पुराने संसाधनों से बमुश्किल भगाया।

इधर सागर छतरपुर टीकमगढ़ में तीन दिन तक टिड्डी दलों ने कहर बरपाया अधिकांशतः ग्रामीण क्षेत्रों और जिलों के सीमावर्ती इलाकों की सब्जी और फ़लो की फसलों को यह टिड्डी दल सफाचट कर गये।जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ हैं ।

जबकि इन टिड्डी दलो को बरकाने या भगाने के लिये ग्रामीण अपने स्तर पर भी प्रयास कर रहे है ढोल तासों और थालियों की आवाज के साथ धुंआ कर उन्हें भगा रहे है लेकिन वे नाकाफी हैं क्योकि टिड्डी दल काफी बड़े और असख्य संख्या वाले है जब वे आते हैं तो आकाश छुप जाता है।वही प्रशासनिक एवं पंचायत स्तर पर केमिकल युक्त छिड़काव करने जब तक टीमें पहुंचती है तब तक टिड्डी दल आगे बढ़ जाता है। इधर विशेषग्यो ने बताया कि 22 जून और 19 जुलाई के आसपास टिड्डी दल फिर से हमला कर सकता है।

जबकि प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है जहां भी टिड्डी दल का प्रकोप है वहां नियंत्रण के लिये दवा का छिड़काव और अन्य साधन अपनाये जा रहे हैं फसलों को ज्यादा नुकसान नही हुआ है लेकिन सरकार प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे कराकर नियमानुसार मुआवजा देने की कार्यवाही करेगी।

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