- बिजली विभाग के लाइनमैन फर्जी, पे स्लिप से लोन लेकर गायब,
- लाखों रूपए की धोखाधडी का है मामला
ग्वालियर- ग्वालियर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की बाडा शाखा से पर्सनल लोन का एक और बड़ा फर्जीवाड़ा समाने आया है। बैंक ने पुलिस को जो दस्तावेज मुहैया कराए हैं, उनमें सिर्फ सैलरी स्लिप पर करीब 70 से 80 लोगों को लोन देना बताया है। बैंक रिकॉर्ड में सभी फर्जी बहोड़ापुर और थाठीपुर जोन के बिजली कर्मचारी हैं। इन्हें कर्ज 2005 में लोन दिया गया था, लोन पास करवाने से पहले सभी फरेबी लोनधारियों का बैंक खाते भी खोले गए थे। लोन अकाउंट में पत्नी और दोस्तों को बनाया गया था।
अब सवाल उठ रहा है कि बैंक ने पर्सनल लोन के खातों में अनदेखी कैसी की और व्यक्तिगत खाते बिना वेरिफिकेशन किस आधार पर खोले गए। बहरहाल कोतवाली थाना पुलिस ने बैंक प्रबंधन से लोन खातों का रिकॉर्ड मांगा है। पुलिस के मुताबिक बैंक अधिकारियों ने करीब 12 साल पहले लोन आवेदकों ने खुद को बिजली विभाग का लाइनमैन और अपनी पोस्टिंग बहोड़ापुर और थाठीपुर बताकर वेतन स्लिप पर लोन लिया था। जब2010 में लोन की किस्तें जमा नही हुई, तो बैंक ने कर्जदारों की तलाश की, जिसमें ये फर्जीवाड़ा समाने निकाल है। लेकिन ये मामला दब गया था। लेकिन ये मामला समाने आया है, जिसमें 1 करोड़ से ज्यादा की रकम का बिजली विभाग के लाइनमेंनों ने बंदरबांट कर दिया है। बहरहाल पुलिस ने शुरूआती दौर में 26 लोगों को चिहिंत किया है, जिन पर 420 का मामला दर्ज किया जा रहा है।
कोतवाली टीआई दामोदर गुप्ता ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की बाडा शाखा से पर्सनल लोन का एक और बड़ा फर्जीवाड़ा समाने आया, 12 साल पहले लोन आवेदकों ने खुद को बिजली विभाग का लाइनमैन और अपनी पोस्टिंग बहोड़ापुर और थाठीपुर बताकर वेतन स्लिप पर लोन लिया था। जब 2010 में लोन की किस्तें जमा नही हुई, तो बैंक ने कर्जदारों की तलाश की। उन्होंने बताया कि फिलहाल ऐसे 28 डिफाल्टरों की तलाश की जा रही है।