ग्वालियर/ लगता है सरकार और उसकी विद्युत वितरण कंपनी के सामने एक गरीब की गुहार और पुकार का कोई असर नहीं होता ना ही उसके सामने किसी के जीवन की कोई कीमत ही हैं। ग्वालियर के ग्रामीण क्षेत्र में परमिट पर हाई पावर लाइन पर बिजली सुधारने चढ़े एक युवक की अचानक बिजली चालू करने से तड़फ तड़फ कर करेंट लगने से दर्दनाक मौत हो जाती हैं आज उसका परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है लेकिन ना तो परिवार को कोई मुआवजा मिला ना ही राहत ना ही दोषियों के खिलाफ आजतक कोई कार्यवाही ही हुई जबकि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ग्वालियर के ही हैं उनके होते हुए ऐसा हो रहा है यह विडंबना ही कही जा सकती है।
ग्वालियर के घाटीगांव ब्लॉक के जखोदा गांव में रहने वाला मुकेश प्रजापति विद्युत वितरण कंपनी घाटीगांव में लाईन मेन (अंस्किलड ) के पद पर कार्यरत था 23 दिसंबर 2022 को उसे लाइनमैन और सुपरवाइजर ने मद्दा खो के गेट पर बिजली सुधारने भेजा और साथ ही बाकायदा उसे कार्य के दौरान लाइन बंद रखने का परमिट भी दिया लेकिन जब मुकेश प्रजापति उक्त साइट पर खंबे पर चढ़कर बिजली सुधारने के बाद जम्फर बांध रहा था तभी अचानक लाइन चालू हो जाती है और हाई पावर वोल्टेज का करेंट लगने के बाद बिजली के खंबे पर तड़फ तड़फ कर उसकी मौत हो जाती हैं और वह खंबे से नीचे गिर जाता है खबर मिलने ग्रामीण इकट्ठा हो जाते है भंवरपुरा थाना पुलिस भी मौके पर आ जाती है और आवश्यक कार्यवाही और मौका मुआमना करने के बाद शव को पीएम के लिए भेज देती है।
भंवरपुरा थाना पुलिस चार गवाहों जिसमें दो स्थानीय ग्रामीण और दो बिजली कंपनी के कर्मचारी भी शामिल थे उनके बयान दर्ज करती है और मर्ग कायम करने के साथ जांच के बाद विद्युत वितरण कंपनी (एमपीईबी) घाटीगांव के विद्युत ऑपरेटर बलवीरभद्र कुमार मेहरा के खिलाफ धारा 304 के तहत मामला कायम कर लेती है। लेकिन उसे बाद हाथ पर हाथ रखकर बैठ जाती हैं किसी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करती।
मृतक बिजली कर्मचारी मुकेश प्रजापति का बड़ा भाई मुंशीराम प्रजापति ने बिजली विभाग घाटीगांव के विद्युत ऑपरेटर बलवीर भद्र और सुपर वाइजर एसके श्रीवास्तव जिन्होंने बिजली बंद करने का परमिट जारी किया उनपर साजिश रचकर उसके भाई की हत्या का आरोप लगाया है उसने कहा सुपरवाईजर एसके श्रीवास्तव को पुलिस साफ साफ बचा रही है 6 माह हो गए लेकिन अभी तक उसके परिवार को ना तो कोई मुआवजा मिला ना ही उसे नोकरी मिली ना ही न्याय मिला। उसने बताया कि वह प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से मिला और न्याय की गुहार लगाई सीएम हेल्पलाईन में आवेदन भेजा, इसके अलावा बिजली कंपनी के महाप्रबंधक एसके सुखीजा को आवेदन देकर निवेदन किया जबकि जानते बूझते बिजली खोलकर मेरे भाई की हत्या करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर मैने एसपी और आईजी ग्वालियर को भी आवेदन दिए लेकिन आजतक कोई कार्यवाही नहीं हुई हैं।
जबकि मृत कर्मचारी का बड़ा भाई मुंशीराम प्रजापति न्याय के लिए दर दर भटक रहा हैं लेकिन ना तो बिजली कंपनी के अधिकारी और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का मन पसीजा ना ही पुलिस कोई कार्यवाही कर रही हैं। बिजली कंपनी के अधिकारियों, ऊर्जा मंत्री की असंवेदनशीलता और पुलिस की निष्क्रियता को लेकर घाटीगांव क्षेत्र और जखोदा गांव के ग्रामीणों सहित मृतक के परिजनों में भारी गुस्सा है और वह आंदोलन करने का मन बना रहे हैं।