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मध्य प्रदेशशिवपुरी

शिवपुरी के कर्बला के जंगल में जंगली जानवर ने किया वृद्ध चरवाहे पर हमला, साहस और सूझबूझ ने बचाई जान, तेंदुआ था कोई और जानवर?

Leopard attack on old man
Leopard attack on old man

शिवपुरी – मध्यप्रदेश के शिवपुरी के कर्बला के वन क्षेत्र में एक वृद्ध चरवाहे पर जंगली जानवर ने अचानक हमला बोल दिया लेकिन चरवाहे ने अपने साहस और सूझबूझ से उल्टा उस जानवर को जान बचाकर भागने पर मजबूर कर दिया लेकिन इस हमले में वह चरावाहा घायल हो गया है खबर मिलने पर वन विभाग ने नियमानुसार कार्यवाही कर घायल वृद्ध को अस्पताल में भर्ती कराया है फिलहाल उस जंगली जानवर को फारेस्ट महकमा तेंदुआ बता रहा है लेकिन वह इसकी पुष्टि के लिये भी प्रयासरत है कि वह तेंदुआ था या कोई और जंगली जानवर।

शनिवार की शाम घिरने के साथ ही पोहरी के जंगली इलाके से पालतू पशुओं को चराकर जब 70 वर्षीय कोमल सिंह बघेल कर्बला के वन क्षेत्र से होकर घर लौट था तभी एकाएक घने जंगल से निकलकर एक जंगली जानवर (संभवतः जो तेंदुआ था) ने उस बुजुर्ग चरवाहे पर हमला बोल दिया अचानक आई इस बिपदा से वह पहले घबरा गया लेकिन फिर साहस कर उंसने एक हाथ उस जानवर के मुंह में अंदर घुसेड़ दिया और दूसरे हाथ से उसकी गर्दन दबोच ली और जोर जोर से बचाने के लिये चिल्लाने लगा आवाज सुनकर आसपास में मौजूद कई ग्रामीण दौड़ पड़े जब उन्होंने वृद्ध को उस जानवर की गिरफ्त में भिड़ते देखा तो जानवर को घेरकर उसे भगाने की गरज से चिल्लाने लगे लोगों को देखकर संभवतः जो तेंदुआ था चरवाहे को छोड़कर अपनी जान बचाकर जंगल में भाग गया।

बाद में घायल बुजुर्ग चरवाहे कोमल बघेल को इलाज के लिये वन विभाग पोहरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आया लेकिन इस जंगली जानवर के हमले के बाद पोहरी और आसपास के गांव के लोग दहशत में हैं।

इधर घटना के बाद वन विभाग सक्रिय हुआ और विभागीय अमले ने जंगल मे घटना स्थल का मुआयना किया पोहरी के रेंजर शिशुपाल सिंह धाकड़ से iTaaza Khabar ने जब चर्चा की तो उन्होंने बताया कि प्राथमिक तौर पर वह तेंदुआ लगता है उसके पदचिन्हों के आधार पर भी हम पता लगा रहे है फिलहाल उन्होंने उसकी पुष्टि नही की वह हमलावर जानवर वाकई में तेंदुआ था। क्योकि जो वीडियो फुटेज सामने आये है उसमें जो जानवर दिख रहा है वह आकार और कद काठी में तेंदुआ लग रहा है लेकिन उंसका रंग और शरीर पर काले पीले धब्बे नही होने से संशय की स्थिति पैदा हो गई लगा कि वे भी कन्फर्म नही हो पा रहै हैं। रेंजर श्री धाकड़ ने यह भी कहा कि इस जंगली जानवर संभवतः जो तेंदुआ है उसकी इस क्षेत्र में आमद से हमने ढिंढोरी पिटवाकर लोगों से सावधान रहने की अपील भी करवाई हैं।

लेकिन i Taaza khabar ने इस मामले में वाईल्ड लाइव विशेषज्ञ डॉ उपेंद्र यादव को फुटेज भेजकर बात की तो उन्होंने बताया कि यह जंगली जीव तेंदुआ ही है कभी कभी जानवरों में जनरेटिंग प्रॉब्लम की वजह से यह चेंज आ जाता है या जिससे जानवरों और पक्षियों के रंग में बदलाव भी देखा जाता हैं उन्होंने बताया कि जिस तरह Recessive Genes की बजह से बाघ सफेद रंग के मिलते है उसी तरह इस Recessive जीन्स की बजह से इस तेंदुएं के रंग में भी बदलाव आ गया है संभवतः इस तेंदुएं में यह ग्रंथी सक्रिय हो गई है जिससे उंसके रंग रूप में जेनेटिक परिवर्तन आ गया और इसके शरीर की खाल से आम तेंदुए की तरह होने वाले काले पीले रंग के गोल धब्बे नही हैं। लेकिन उन्होंने इसके लियोपार्ड अर्थात तेंदुआ होने की पुष्टि की।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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