- लेनिन और पेरियार की मोर्तियो की तोड़फ़ोड के बाद मुखर्जी की प्रतिमा को तोड़ने के साथ कालिख पोती,
- आरोपियों पर होगी कड़ी कार्यवाही कहा गृहमंत्री ने
नई दिल्ली / देश में मूर्तियों को लेकर शुरू हुई सियासत रुकने का नाम नही ले रही, परन्तु इस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख और नाराजी व्यक्त करते हुए इस पर अपनी गहरी आपत्ति दर्ज कराई हैं वही गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि शिकायत मिलने पर दोषियों को बख्शा नही जायेगा उनके खिलाफ कडी कार्यवाही की जायेगी। खास बात रही कि आज पश्चिम बंगाल में श्यामाप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर कालिख पोतने के साथ उसकी तोड़फ़ोड की गई।
5 मार्च को त्रिपुरा के बेलोनिया में जेसीबी मशीन से लेनिन की मूर्ति गिराने के बाद सबरूम में दूसरी लेनिन की प्रतिमा में तोड़फ़ोड से उठा विवाद थमने का नाम नही ले रहा हैं वही उसके बाद तामिलनाडू राज्य के बैल्लोर में पेरियार की मूर्ति को धरासायी करने के बाद इसकी प्रतिक्रिया में पश्चिम बंगाल के कोलकत्ता में जनसंघ के जन्मदाता डाँ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा की तोड़फ़ोड और उसपर कालिख पोतने की घटना को अंजाम दिया गया।
इस मामले में एक छात्रा सहित छह स्टूडेन्टस को पुलिस ने गिरफ़्तार किया है जबकि लेनिन और पेरियार की मूर्ति की तोड़फ़ोड करने वाले आरोपियों की भी पुलिस ने पहचान कर ली है और कुछ बीजेपी के कार्यकर्ताओ को भी पुलिस ने पकड़ा है।जबकि कोयम्बटूर में आज भाजपा कार्यालय पर कुछ असामाजिक तत्वों के पेट्रोल बम से हमला करने की खबर हैं।
जबकि उत्तर प्रदेश के मेरठ में संविधान निर्माता डाँ भीमराव अम्बेड्कर की प्रतिमा को खन्डित किये जाने की खबर है लेकिन फ़िलहाल तोड़फ़ोड करने वालों की जानकारी नही मिली है।
त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल की इन घटनाओं के मद्देनजर केन्द्रीय सरकार ने कड़ा रुख दिखाया है।केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मोर्तियो को तोड़ना सही नही है और ऐसा करने वाले लोगों को बख्शा नही जायेगा वही उन्होंने बताया कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी इस पर अपना ऐतराज जताया है और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्षो को आवश्यक निर्देश दिये है।