बिना रिंग के खुले में प्रैक्टिस कर रही है महिला बॉक्सर, न पैसा न सुविधाए कैसे आयें मेडल
ग्वालियर- ग्वालियर में चल रहे प्री नेशनल बॉक्सिंग कोचिंग चैंपियनशिप में लोक शिक्षण संचालनालय की बड़ी लापरवाही सामने आयी है, प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश की अंडर-19 टीम महाराष्ट्र के अकोला में20 से 24 जनवरी तक होने वाली नेशनल चैंपियनशिप में भाग लेने जाएगी लेकिन हैरानी की बात ये है,कि जिस बॉक्सिंग प्रतियोगिता का कैंप लगा है उसकी ग्वालियर में रिंग ही नहीं है और छात्र छात्राएं खुले मैदान में बॉक्सिंग की प्रैक्टिस कर रही हैं।
लेकिन जब टीम के मैनेजर ने खुलकर कहा,कि नेशनल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए अभी तक कोई पैसा नहीं मिला और अपना पैसा खर्च करके जाना पड़ रहा है तो मध्य प्रदेश बॉक्सिंग टीम की खिलाड़ी भी अपनी परेशानी बताने लगी उन्होंने भी कहा कि ऑटो टेक्सी और ट्रेन का खुद ही खर्च करना पड़ता है शासन से कोई पैसा नहीं मिला….इस बारे में जब हमने जिला शिक्षा अधिकारी से सम्पर्क करने का प्रयास किया तो अभी उनसे मुलाकात नही हो सकी है बजट और बदइंतजामी की वजह से ग्वालियर के इस कैंप में जिन अधिकारियों को शामिल होना था वह भी नहीं आए है और मध्य प्रदेश बॉक्सिंग अंडर-19 टीम के खिलाड़ियों में 7 छात्र-छात्राओं ने जाने से इंकार कर दिया है जो अधिकारी कैंप से अनुपस्थित हैं उनमें बॉयस टीम के कोच दीपक महाजन, श्रीमती रानी स्वरूपा कोच गर्ल्स बॉक्सिंग टीम और टीम की दूसरी मैनेजर संगीता दाईमा शामिल हैं।
आपको बता दें, कि अंडर-19 राष्ट्रीय शालेय बालक बालिका बॉक्सिंग चैंपियनशिप के प्री नेशनल कैंप का आयोजन लोक शिक्षण संचालनालय मध्यप्रदेश की ओर से किया गया है एक ओर तो सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए लंबे लंबे दावे करती है लेकिन खिलाड़ी को जब खेल के लिए सुविधाएं ही नहीं मिलेंगी तो कॉमनवेल्थ का सपना कैसे पूरा होगा।