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कपिल की वर्ड चैंपियन टीम समर्थन में, खाप का 9 जून का अल्टीमेटम, पहलवानों के बयान सामने आएं, केंद्र सरकार बेक फुट पर, धर्म संसद कैंसिल

Rakesh Tikait
Rakesh Tikait

दिल्ली, कुरुक्षेत्र/ पिछले चार महिने से भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बीजेपी सांसद बृज भूषणशरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण मामले में कड़ी कार्यवाही और उनकी गिरफ्तारी को लेकर महिला पहलवान संघर्ष कर रहे है इस बीच जंतर मंतर पर उनके साथ पुलिस ने बदसलूकी करते हुए उनको सड़कों पर घसीटने के साथ उनकी मारपीट भी की थी।

चार महिने बीतने पर भी न्याय नही मिलने और यौन शौषण और उत्पीड़न से पीड़ित पहलवानों के परिजनों को मिला रही धमकी से हताश पहलवान 30 मई को अपने मेडल गंगा में बहाने पहुंच गए थे बाद में किसान नेता और खाप नेताओं ने उन्हे आंदोलन में साथ देने और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया था उनकी बैठकों का दौर जारी हैं खाप नेताओं ने केंद्र सरकार को 9 जून तक का अल्टीमेटम दिया है।

इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के पीड़ित पहलवानों के साथ आने और भारतीय ओलंपिक संघ से निष्पक्ष जांच की मांग की गई है इधर विभिन्न राजनेतिक दल पहलवानों के समर्थन में आने और उनके द्वारा मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया गया।

इसके साथ ही इंडियन एक्सप्रेस में महिला पहलवानों के पुलिस को दिए बयान सामने आने और उसने एक दो नहीं बल्कि नाबालिग सहित 7 पहलवानों के बयान हूबहू सामने आ गए है इन धारा 161 और 164 के तहत दर्ज 15 बयानों में से 10 यौन शोषण और 5 उत्पीड़न के है जिसमें शरीर से छेड़छाड़ और जबरदस्ती करना नाजुक अंगों को पकड़ना हमबिस्तर होने के लिए दवाब बनाना जैसे गंभीर आरोप लगाएं गए है जिससे बृजभूषण शरण सिंह की असलियत सभी के सामने आ गई जिसमें उसने इन महिला पहलवानो के साथ शारीरिक छेड़खानी और धमकी देते हुए उनका यौन शोषण कैसे किया उसका पूरी तरह चीर हरण हो गया।

इसके अलावा आज 1983 में क्रिकेट वर्ड कप जीतने वाली कपिल देव की पूरी टीम भी पीड़ित महिला पहलवानों के समर्थन में आ गई है और इस टीम के सदस्यों ने इसकी घोषणा करते हुए कहा महिला पहलवान जिन्होने ओलंपिक में पदक जीते उनके साथ पुलिस का दुर्व्यवहार उन्हे घसीटा जाना उनके साथ मार पीट करना बिल्कुल असहनीय है हम ऐसे दुर्व्यवहार से काफी आहत है और इस बारे में सोच भी नही सकते यह कार्यवाही अन्यायपूर्ण है। हमारी मांग है सरकार आरोपी सांसद के खिलाफ जांच कर उसे गिरफ्तार करे और सख्त सजा दिलवाएं। इस तरह बयानों के माध्यम से बृजभूषण की सारी सच्चाई का सार्वजनिक खुलासा होने और इतने लोगों का समर्थन और चेतावनी मिलने के बाद लगता है केंद्र की मोदी सरकार भी बेक फुट पर आ गई और उसने तुरत फुरत निर्णय लेते हुए बृजभूषण शरण सिंह की 5 जून को अयोध्या में होने वाली धार्मिक पंचायत पर रोक लगा दी है साथ ही सरकार ने ब्रज भूषण को आदेश दिया है कि वह किसी तरह के भी बयान नही दे। जबकि बृजभूषण अभी भी बाज नही आया उसने कहा कि हम साधु संतो की धर्म संसद के माध्यम से समाज में फेल रही बुराई पर विचार करना चाहते थे लेकिन अब इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया हैं। जबकि जानकारी मिली है कि बृजभूषण अपने पर लगे पास्को एक्ट को हटवाने की फिराक में था इसीलिए वह साधु संतो के माध्यम से दबाव बनाने का प्रयास कर रहा था।

वही पुलिस भी इसी प्रयास में है यही बजह है कि पीड़ित नाबालिग का चाचा एकाएक सामने आ गया और उसने प्रेस को बताया है कि उसकी भतीजी बालिग है। जबकि पीड़ित लड़की के पिता पहले ही बता चुके है कि उनकी बेटी नाबालिग है और उनकी बेटी के साथ क्या हुआ और उसे किस पीड़ा से गुजरना पड़ा। जबकि पुलिस ने शिकायत पर पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया वह स्कूल सर्टिफिकेट के आधार पर कायम किया फिर उसके बालिग होने की बात बीच में कहा से आ गई।

इधर रेसलर्स के समर्थन में खाप की पंचायतें हो रही है आज कुरुक्षेत्र में हुई खाप की पंचायत में अनेक निर्णय लिए गए किसान नेता राकेश टिकैत के मुताबिक पंचायत ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है यदि 9 जून तक बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार नही किया जाता तो पूरे देश में शांति पूर्ण आंदोलन शुरू किए जाएंगे साथ ही जंतर मंतर पर भी धरना दिया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा अब यह आंदोलन महिला पहलवानों का नही बल्कि हमारा और देश की जनता का है और अकेले खाप ही नही पूरे देश का हर वर्ग हर जाति इस आंदोलन का साथ देने के साथ समर्थन करेगी।

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