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उत्तर प्रदेश

कानपुर पुलिस हत्याकांड… 71 अपराध दर्ज होने के बावजूद कुख्यात अपराधी विकास दुबे पुलिस की हिट लिस्ट में नही

  • कानपुर पुलिस हत्याकांड…

  • 71 अपराध दर्ज होने के बावजूद कुख्यात अपराधी विकास दुबे पुलिस की हिट लिस्ट में नही…

  • पकड़े गुर्गे ने खोला राज दविश को लेकर पुलिस थाने से आया था फोन …

  • बिकरू गांव के धराशाई मकान के तहखाने से हथियार बरामद

कानपुर– उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ ने कुख्यात अपराधी और गैंगेस्टरो के खिलाफ एक बड़ी मुहिम चलाई थी और कई नामचीन बदमाशों का एनकाउंटर भी पुलिस ने किया था लेकिन अजीब बात यह हैं कि एक अपराधी जिसपर हत्या, हत्या की कोशिश सहित 71 अपराधिक मामले दर्ज हैं उंस खूंखार अपराधी का टॉप टेन में तो छोड़िये पुलिस की हिट लिस्ट के रिकार्ड में भी नाम नही है|

वाह री उत्तर प्रदेश पुलिस इससे समझा जा सकता है कि इस शातिर अपराधी विकास दुबे की पुलिस में कितनी अंदर तक पकड़ थी। इससे यह भी संशय होता है कि चौबेपुर थाने का एसओ तो एक अदना सा सपोर्टर था लेकिन वह किसके कहने पर इस अपराधी के लिये मुखबिरी कर रहा था इससे पर्दा उठना जरूरी हैं।

पकड़े गये गुर्गे ने खोला राज

फिलहाल पुलिस ने 8 पुलिस कर्मियों की दुर्दान्त तरीके से हत्या करने वाले शातिर अपराधी विकास दुबे पर अब इनाम की राशि बड़ा कर एक लाख कर दी हैं। जबकि पुलिस ने दो बदमाशों को घटना वाले दिन मार गिराया था और इस कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एक गुर्गे दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया था|

उंसने काफी चौकाने वाला बयान देते हुए पूरा राज खोल दिया उंसके मुताबिक घटना की रात विकास दुबे के पास चौबेपुर थाने से फोन आया था जिसमें दविश की बात बताई गई थी इसके बाद विकास ने 25 -30 लोगों को हथियार सहित फोन करके बुलाया था और सभी को छत और आसपास के घरों पर मोर्चा सम्हालने की बात कही थी।

60 पर केस दर्ज 21 नामजद अपराधी की मोबाइल डिटेल में 24 पुलिस वाले

कानपुर पुलिस आई जी मोहित अग्रवाल के मुताबिक रेंज के 40 थानों की पुलिस की 20 टीमें इस अपराधी विकास दुबे को पकड़ने के लिये लगाई गई है उनके मुताबिक यह काफी चालाक अपराधी हैं जो अपने साथ सीसीटीवी का रिकॉर्डर निकाल कर ले गया है और दो मोबाइल भीं इसके पास हैं।

इसको पकड़ने के लिये पूरे उत्तर प्रदेश में पुलिस सक्रिय है सीमाएं सील करने के साथ जगह जगह नाके बंदी की गई है। एसटीएफ टीम को इसका टॉस्क दिया गया है और इसके सभी ठिकानों पर लगातार पुलिस दविश डाल रही हैं। साथ ही इसके सभी बैंक खाते सील कर दिये गये है।

पुलिस के मुताबिक इस घटना के बाद करीब 60 लोगों पर केस दर्ज किए गये और 21 लोगों की नामजद किया गया है। इसके दो मोबाइल के जो कॉल डिटेल मिले है उसमें 40 संदिग्ध नंबर सामने आये है जिसमें 24 नंबर पुलिस कर्मियों के है।

हत्या सहित 71 अपराध पर पुलिस की टॉप हिट लिस्ट से गायब

पुलिस थानों में इस शातिर अपराधी पर 5 हत्याये 22 हत्या की कोशिश जिसमें पुलिस थाने में बीजेपी नेता और राज्यमंत्री संतोष शुक्ल की हत्या सहित लूट राहजनी बेजा कब्जे सहित 71 मामले कायम है अकेले चौबेपुर थाने में ही 53 अपराध दर्ज है।

खास बात है जब 2001 में इस बदमाश विकास दुबे ने राज्यमंत्री संतोष शुक्ल का मर्डर किया तो उस हत्याकांड में पुलिस ने 21 गवाह बनाये थे लेकिन इसके खौफ की बजह से कोर्ट में सभी गवाह बदल गये और यह बरी हो गया था।

कानपुर का पूरा चौबेपुर थाना एसटीएफ के संदेह के घेरे में हैं खासकर एसएचओ विनय तिवारी सहित 8 पुलिस कर्मी एसटीएफ की निगाह में हैं। जिसमें दो दरोगा 5 पुलिस कर्मी औऱ एक होमगार्ड सैनिक शामिल बताया जाता है।जिनसे एसटीएफ लगातार गहन पूछताछ कर रही हैं।

मकान के तहखाने से हथियार बरामद

खास बात है बिकरू गांव में इसके किले नुमा मकान को ढहाने और वाहनों को तहस नहस करने के बाद जब वह तलाशी अभियान चलाया गया तो इस मकान के तहखाने में पुलिस को भारी मात्रा में असलाह बरामद हुआ है ।बताया जाता है पुलिस वालों की हत्या के बाद यह दुर्दान्त अपराधी विकास दुबे उन्हें जलाने की फिराक में भी था इसके लिये इसने डीजल का इंतजाम भी किया था।

इस कुख्यात अपराधी विकास दुबे की लास्ट लोकेशन औरैया में मिली है और इसके मध्यप्रदेश में छुपे होने की संभावनाएं भी व्यक्त की जा रही हैं। अब देखते है पुलिस कब इस कुख्यात अपराधी को अपनी गिरफ्त में लेती हैं।

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