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पटनाबिहार

बिहार के अररिया में पत्रकार की गोली मारकर हत्या से सनसनी, विपक्ष ने नीतीश सरकार को घेरा

Journalisht shot dead in Arariya Bihar

पटना / बिहार के अररिया जिले में एक वरिष्ठ पत्रकार की उसके घर पर गोली मारकर हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई है बताया जाता है मृतक अपने भाई की हत्या का एकमात्र गवाह था जिसे लगातार धमकियां दी जा रही थी लेकिन इस घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है और इस घटना के लिए विपक्ष उन्हें दोषी बता रहा है।

यह खूनी वारदात शुक्रवार को सुबह तड़के की है कुछ लोगों ने घर में सौ रहे विमल यादव को बाहर बुलाया और बातचीत के दौरान उन्हें गोली मार दी जो उनके पेट में लगी गोली लगने के बाद वह वही गिर गए वहीं फायरिंग करने वाले बदमाश फरार हो गए गोली की आवाज सुनकर उनके परिवार के लोग दौड़े आसपास से भी काफी भीड़ भी इकट्ठा हो गई। परिजन उन्हे अररिया के सादर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने चैकअप के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बताया जाता है पत्रकार विमल यादव जागरण अखबार में काम करते थे आज से 4 साल पहले इनके भाई शशिभूषण सिंह जो सरपंच थे उनकी भी गोली मारकर है हत्या की गई थी उस घटना के पत्रकार विमल यादव एक चश्मदीद गवाह थे जिसकी सुनवाई कोर्ट में चल रही थी इस केस में दो तीन गवाही और बची थी।

अररिया थाना पुलिस ने इस हत्याकांड में आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला कायम कर लिया है और उनकी खोजबीन शुरू कर दी है।

खास बात है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना के 24 घंटे पहले ही अपराधों में कमी और कानून व्यवस्था में सुधार का दावा किया था लेकिन इस पत्रकार हत्याकांड से उनके दावे खोखले साबित हो गए। इधर इस घटना को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है। लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष एवं सांसद चिराग पासवान ने इस हत्याकांड के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि बिहार में अपराध लगातार बड़ते जा रहे है और सरकार कानून व्यवस्था बनाएं रखने में पूर्णता नाकामयाब हो रही हैं। जबकि सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमने जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले को देखने के निर्देश दे दिये थे ।

Tags : Crime

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