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ग्वालियरमध्य प्रदेश

पहले बयान के लिए बुलाया फिर आरटीआई एक्टिविस्ट को आफिस में लगा मिला ताला

ग्वालियर- आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी ने एक बार फिर जांच एजेसियों को कटघरे में खड़ा किया हैं उनका कहना है कि जांच एजेसियों के अफसर पहले उन्हें बयानों के लिए बुलाते है फिर वहां मिलते नहीं हैं। मंगलवार को भी नीट परीक्षा में हुए घोटाले में बयान के लिए उन्हें एसटीएफ में तलब किया फिर वो बयान देने पहुंचे तो वहां आफिस में ताला लगा मिला। पीएमटी फर्जीवाडे की तरह नीट परीक्षा वर्ष 2016 में भी बडा फर्जीवाडा हुआ है। लिहाजा व्यापमं फर्जीवाडे का खुलासा करने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी ने इसकी शिकायत सीबीआई को की है। सीबीआई ने शिकायत को जांच योग्य माना है। इसके लिये मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ राज्यों की जांच एजेंसी  को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है। मध्यप्रदेश में नीट फर्जीवाडे की जांच एसटीफ कर रही है।लेकिन एसटीएफ इस मामले को लेकर कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है। नीट फर्जीवाडा मामले के मुख्य शिकायकर्ता आशीष चतुर्वेदी को एसटीएफ ने फर्जीवाडे के संदर्भ में पूछताछ के लिये ग्वालियर स्थित एसटीएफ कार्यालय पर शाॅर्ट नोटिस जारी कर तलब किया था। आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी मंगलवार को नोटिस प्राप्त होने के दो घंटे बाद ही एसटीएफ के आफिस अधिकारियों को बयान देने पहुंच गये। लगभग आशीष एक घंटे तक अफसरों के आने का इंतजार करते रहे पर कोई उनसे पूछताछ करने नही आया। आशीष का आरोप है कि जांच एजेंसियां उन्हें ऐसे ही जानबूझकर परेशान करती है।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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