लॉजेन (स्विजरलेंड) / अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने भारतीय महिला पहलवानों के आरोपों और उनके साथ बर्बरतापूर्ण बर्ताव पर कड़ा रुख अख्तियार किया हैं। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ की प्रवक्ता ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि खिलाड़ियों के साथ ऐसा व्यवहार बैचेन करने वाला है और उन्हें कई घंटों पुलिस हिरासत में रखा गया अंतराष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने महिला पहलवानों के आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए उन्हें सुरक्षा की मांग भी की है। अंतराष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा से अपील की है कि वह खिलाड़ियों के हितों की रक्षा करें।
जबकि यूनाइटेड वर्ड रेसलिंग ने भारतीय रेसलिंग संघ से इस मामले की और उनके व्दारा की गई कार्यवाही की विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है इसके लिए UWR ने 45 दिन का समय दिया है यदि भारतीय रेसलिंग संघ ने जानकारी समयावधि में नही दी तो यूनाइटेड वर्ड रेसलिंग, भारतीय रेसलिंग संघ को भंग भी कर सकता है अर्थात उसकी मान्यता रद्द हो जायेगी। हाल में उसने एशियन चैंपियन शिप को भी रद्द कर दिया हैं।