भोपाल, सागर/ विधानसभा चुनाव नजदीक है लेकिन बीजेपी में अंर्तकलह रुकने का नाम नहीं ले रही खास तौर पर बुंदेलखंड और ग्वालियर चंबल इससे खासे प्रभावित नजर आ रहे है नेताओं के साथ मंत्रियों के बीच में भी काफी टकराव और विरोधाभास देखा जा रहा है इससे सबाल उठते है कि आगामी विधानसभा चुनाव में क्या बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा या फिर वह उससे पहले इस पर विराम लगा लेगी।
मंत्री भूपेंद्र सिंह सब पर भारी …
बुंदेलखंड के सागर जिले में बीजेपी की अच्छी खासी पकड़ रही है आज भी यहां पार्टी के 5 विधायक हैं जिनमें से तीन केबिनेट मंत्री है गोपाल भार्गव भूपेंद्र सिंह और सिंघिया समर्थक गोविंद सिंह राजपूत जबकि शैलेंद्र जैन और प्रदीप लारिया दो विधायक है लेकिन लम्बे समय से से यहां आपसी खींचतान देखी जा रही है और आरोप प्रत्यारोपों का दौर जो शुरू हुआ थमने का नाम नहीं ले रहा। बताया जाता है मंत्री भूपेंद्र सिंह वरिष्ठ नेता और मंत्री गोपाल भार्गव सहित सभी पर भारी पड़ रहे है जो मुख्यमंत्री के खासमखास और चहेते मंत्री भी कहे जाते है।
नाराज मंत्री और विधायक सीएम के सामने कर चुके है इस्तीफे की पेशकश …
पिछले दिनों मंत्री गोपाल भार्गव मंत्री गोविंदसिंह राजपूत, सागर के विधायक शैलेंद्र जैन और नरियावली के विधायक प्रदीप लारिया भोपाल मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे और करीब एक घंटे तक बंद कमरे में शिवराज सिंह चौहान से सभी की चर्चा हुई थी इनकी शिकायत थी कि भूपेंद्र सिंह ने प्रशासन पर कब्जा कर लिया है और प्रशासन उनकी हर बात अनसुनी कर देता है और उन्हें कोई तवज्जों नही देता इसके अलावा मंत्री भूपेंद्र सिंह हमारे विरोधियों को संरक्षण और बढ़ावा दे रहे है और उन्हें पार्टी में शामिल कर लिया। बात यहां तक जा पहुंची कि मंत्री और विधायक अपने पद से इस्तीफा देने को तैयार हो गए उनका कहना था कि जब जनता के काम नहीं होंगे तो हमारा पद पर बने रहना बेकार है साफ लगा कि बात काफी बिगड़ चुकी है लेकिन उस समय मुख्यमंत्री ने समझाइश दी और बात करके मामला सुलटाने का भरोसा दिया तब यह लोग माने थे।
समस्या का हल नहीं निकलने पर फिर मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री से, भूपेन्द्र सिंह भी रहे मोजूद …
लेकिन मामला वही का वही लगता है क्योंकि आपसी मनभेद दूर करने 5 जून को मुख्यमंत्री आवास पर फिर एक बार बैठक हुई सुबह 9 बजे शुरू हुई यह मीटिंग एक घंटा चली नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह पहले से ही सीएम हाउस में थे सबसे पहले राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पहुंचे उसके बाद नरियावली विधायक प्रदीप लारिया और सागर विधायक शैलेंद्र जैन और सबसे बाद में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव मुख्यमंत्री आवास पहुंचे।मुख्यमंत्री ने पहले एक के बाद एक सभी पांचों की बात सुनी बाद में उन्हें कड़े शब्दों में कहा विधानसभा चुनाव नजदीक है आपस का यह मनमुटाव खत्म करो और एक दूसरे से संवाद स्थापित कर चुनाव जीतने के प्रयासों में जुट जाएं मैं आप सभी को समझा रहा हूं कि एक दूसरे के कार्य क्षेत्र में दखलंदाजी बंद करे और गलतफहमी दूर करने के साथ विवाद खत्म कर पैचअप करें।
सबसे ज्यादा तल्खी मंत्री गोविंद सिंह और भूपेंद्र सिंह में दिखी …
सबसे ज्यादा टकराव और तल्खी मंत्र गोविंद सिंह राजपूत और मंत्री भूपेंद्र सिंह में देखने को मिली राजपूत ने सीएम के सामने सभी पुराने मामले उठाएं जिस राजकुमार धरोना ने सोशल मीडिया और प्रेस कान्फ्रेस करके गोविंद सिंह पर गंभीर आरोप लगाए उनका नाम भी सामने आया। राजपूत ने उनकी छवि खराब करने वाले धनोरा की भूपेंद्र सिंह व्दारा संरक्षण देने की बात कही जबकि भूपेंद्र सिंह ने भी राजपूत पर पीठ पीछे उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया। जबकि दोनों विधायकों के साथ साथ मंत्रियों वही पुरानी शिकायत दोहराई कि भूपेंद्र सिंह प्रशासन से मिलकर एक तरफा निर्णय ले रहे है और सागर शहर में होने वाले कार्यक्रमों और निर्णयों में विधायकों को कोई अहमियत नहीं दी जाती चारों ने भूपेंद्र सिंह पर उनके विरोधियों को मदद देने का आरोप भी लगाया। जिसमें देवरी से कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए एक नेता की भी चर्चा हुई।
क्या है आपसी विवाद की मुख्य जड़ …
सागर के बीजेपी विधायक शैलेंद्र जैन और कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए सुशील तिवारी के बीच पुरानी अदावत है महापौर चुनाव में शैलेंद्र के भाई कांग्रेस नेता सुनील जैन की पत्नी और सुशील तिवारी की पत्नी दोनों प्रतिद्वंदी थे बावजूद शैलेंद्र जैन ने परिवार के खिलाफ जाकर सुशील तिवारी की पत्नी बीजेपी प्रत्याशी का खुलकर साथ दिया और वह विजई हुई लेकिन उसके बाद भी सागर और शहरी क्षेत्र के विधायक होने के बाद भी उन्हें तवज्जों नही दी जा रही। इधर हाल में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व विधायक बृजबिहारी पटेरिया का नाम का भी जिक्र आया जो मंत्री गोपाल भार्गव के विरोधी रहे है और रहली से उनके खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके है बताया जाता है पटेरिया अब देवरी से बीजेपी का टिकट चाहते है लेकिन इस सीट से सागर के बीजेपी अध्यक्ष गौरव सिरोठिया भी अपनी दावेदारी कर रहे हैं खास बात है बृज बिहारी पटेरिया और सुशील तिवारी दोनों को मंत्री भूपेंद्र सिंह बीजेपी में लाएं है और यह वही सुशील तिवारी है जिन्होंने हाल में सोशल मीडिया पर वीडी शर्मा की जगह भूपेंद्र सिंह को बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनवा दिया था बाद में उन्हें संगठन ने प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के पद से हटा भी दिया था।