साफ़ शहरों की सूची में मध्यप्रदेश का इंदौर पहले और भोपाल दूसरे नंबर पर स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 की सूची वेंकैया नायडू ने की जारी उत्तर प्रदेश का गोंडा सबसे गंदा शहर घोषित , मिला 434 वां स्थान
नई दिल्ली— मध्यप्रदेश का इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है … जबकि साफ़ सुथरे शहरों की सूची में दूसरा स्थान भी इसी राज्य की राजधानी भोपाल ने हासिल किया है। .. देश का सबसे गंदा और अस्वच्छ शहर उत्तर प्रदेश का गोंडा घोषित हुआ है। … इसे सूची में सबसे अंतिम 434 वां स्थान हासिल हुआ है। …
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने गुरूवार को सरकार द्वारा जनता की रायशुमारी से किये गए स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में सबसे साफ़ 25 शहरों की सूची करते हुए बताया इस बार कुल 434 शहरों में यह सर्वेक्षण किया गया था सूचि जारी करते हुए नायडू ने बताया कि गोंडा के बाद देश का दूसरा सबसे गंदा शहर महाराष्ट्र का भुसावल है। … इस सर्वेक्षण में देश के 50 स्वच्छ शहरों में गुजरात के सर्वाधिक 12 शहर शामिल हैं और 11 शहरों के साथ मध्यप्रदेश दूसरे स्थान पर है और 08 शहरों के साथ आंध्रप्रदेश का नंबर तीसरा है …. सबसे साफ़ शहरों में मध्यप्रदेश के इंदौर और भोपाल के बाद आंध्रप्रदेश का तटीय शहर विशाखापत्तनम है और गुजरात के सूरत शहर को इस सूची में चौथा स्थान मिला है जबकि पिछले सर्वे में पहला स्थान हासिल वाला मैसूर इस साल पांचवे नबर पर खिसक गया है। …वहीं नई दिल्ली इस साल टॉप फाइव शहरों की सूची से गिरकर सातवें नंबर पर आ गया है। पिछले साल नई दिल्ली नगर परिषद स्वच्छ शहरों की सूची में टॉप पांच शहरों में शामिल था। स्वच्छ भारत अभियान 2014 में शुरू किया गया था जिसके तहत देश को स्वच्छ बनाना और 2019 तक खुले में शौच मुक्त बनाना है तीन साल पहले साल 2014 में हुए सर्वे में एक लाख से ज्यादा जनसंख्या वाले 476 शहरों को शामिल किया गया था। वहीं, इस बार एक लाख से अधिक जनसंख्या वाले 434 शहरों का सर्वे किया गया है।
सरकार ने इस आधार पर तय की शहरों की लिस्ट
शहरी विकास मंत्रालय ने सर्वे के दौरान सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, वेस्ट कलेक्शन, शौचालयों के हालात, सफाई को लेकर लोगों की क्या सुधार हुआ, सफाई पर लोग कितना शिक्षित हुए इसको आधार बनाया गया। मंत्रालय की काउंसिल ने देश के 38 शहरों को सम्मानित करने की सिफारिश की थी। काउंसिल ने इन शहरों में जाकर सड़क से लेकर सार्वजनिक स्थानों, मार्केट, रेलवे लाइन, बस स्टैंड और सेक्टर कॉलोनियों का सर्वे कर सफाई की रिपोर्ट तैयार की थी। ये सर्वे इस साल जनवरी से फरवरी के बीच में किया गया था। शहरों को 2000 अंकों के लिए सर्वे हुआ। इसमें निगम के अपने लेवल पर किए गए काम के लिए 900 में से अंक दिए गए। केंद्र की टीम का मूल्यांकन ने 500 में से अंक दिए गए और साफ-सफाई पर लोगों के फीडबैक पर 600 में से अंक दिए गए।
शहर 2017 2014
1- इंदौर 1 149
2- भोपाल 2 105
3- विशाखापत्तनम 3 205
4- सूरत 4 63
5- मैसूर 5 1
6- तिरुचिरापल्ली 6 2
7-NDMC 7 15
8- नवी मुंबई 8 3
9- तिरुपति 9 137
10- वडोदरा 10 214