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ग्वालियरमध्य प्रदेश

भारतीय मजदूर संघ उद्योग हित एवं मजदूरों के हितों के लिए कार्य करने वाला संगठन- माया सिंह

Maya Singh
Maya Singh

भारतीय मजदूर संघ उद्योग हित एवं मजदूरों के हितों के लिए कार्य करने वाला संगठन- माया सिंह

ग्वालियर- मजदूरों के हितों व उनके अधिकारों के लिए देश भर में कार्य करने वाला इकलौता संगठन भारतीय मजदूर संघ है तथा भारतीय मजदूर संघ का 21वां त्रिवार्षिक प्रादेशिक अधिवेशन ग्वालियर में होना बहुत ही गर्व की बात है, हम सभी को ध्यान रखना है कि इस अधिवेशन में कोई कमी न रह जाए।

उक्ताशय के विचार प्रदेश सरकार की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती मायासिंह ने मेलाग्राउंड स्थित फैसिलिटेशन सेंटर में भारतीय मजदूर संघ के 21वें त्रिवार्षिक प्रादेशिक अधिवेशन के लिए भूमिपूजन अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में व्यक्त किए। भारतीय मजदूर संघ का दो दिवसीय 21वां त्रिवार्षिक प्रांतीय अधिवेशन आगामी 10 व 11 मार्च 2018 को आयोजित किया जा रहा है। जिसका भूमिपूजन अतिथियों द्वारा रविवार को किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक राजेन्द्र बांदिल ने की। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के रुप में ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष अभय चैधरी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती मायासिंह ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ ने हमेशा मजदूरों के हितों के साथ ही देश व उद्योगों के विकास का समन्वय बनाया है, उद्योग विकसित होगें तो मजदूरों का भी विकास होगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश व देश के विकास में जितना योगदान सरकार व प्रशासनिक तंत्र का होता है उससे ज्यादा भूमिका मजदूरों की होती है तथा यह संगठन उन्हीं मजदूरों के हितों की बात करता है, और इसी कारण आज यह देश का एकमात्र मजदूरों का वृहद संगठन है। कार्यक्रम के अध्यक्ष राजेन्द्र बांदिल ने कहा कि 60-70 के दशक में जब मजदूरों का आंदोलन होता था तो तोडफोड एवं मारपीट होती थी तथा जो यूनियन ज्यादा नुकसान करती थी वहीं सबसे ज्यादा ताकतवर होती थी, लेकिन उसी समय भारतीय मजदूर संघ में मजदूरों की संख्या भले ही कम होती थी लेकिन संघ का धरना एवं आंदोलन जीवटता से प्रभावी तरीके से होता था और शांति पूर्ण आंदोलन होता था तथा संबंधित संस्थाएं उनकी बात सुनती थीं। भारतीय मजदूर संघ की उसी जीवटता का परिणाम है कि आज भारतीय मजदूर संघ इतना बडा हो गया है और दूसरी यूनियनों का कोई अता पता ही नहीं है।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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