कोलंबो/ श्रीलंका के प्रेमदासा स्टेडियम पर खेले गए एशिया कप के फायनल में भारत ने आज इतिहास रच दिया और श्रीलंका को उसके ही मैदान पर 10 विकेट से करारी शिकस्त देकर चैंपियन ट्रॉफी अपने नाम कर ली लेकिन इस जीत के हीरो भारत के तेज गैंदबाज मोहम्मद सिराज रहे जिनका खौफ श्रीलंका के बल्लेबाजों पर सिर चढ़कर बोला और उन्होंने श्रीलंका के 6 प्रमुख बल्लेबाजों को आउट किया। जिससे श्रीलंका की पूरी टीम सिर्फ 50 रन पर ऑल आउट हो गई। भारत को जीत के लिए 51 रन का टारगेट मिला और उसने केवल 37 गैंदों में यह लक्ष्य पूरा कर लिया, शुभमन गिल 27 और ईशान किशन 23 रन पर नाबाद लौटे। खास है 263 गैंदो के बकाया रहते वन डे में भारत की यह अभी तक की सबसे बड़ी जीत है। इस तरह भारत एशिया कप ओडीआई में सातवीं बार चैंपियन बना।
श्रीलंका के कप्तान दशून शनाका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया लेकिन पहले ओवर में ही जसप्रीत बुमराह ने ओपन करने आए कुशल परेरा को शून्य पर विकेट के पीछे केएल राहुल के हाथों कैच कराकर आउट करा दिया, लेकिन उसके बाद ऐसा लगा जैसे आज का दिन मोहम्मद सिराज का है उन्होंने पहला ओवर मेड इन डाला और अपने स्पेल के दूसरे ओवर में कहर बरपा दिया और एक के बाद एक श्रीलंका के 4 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर टीम की लंका लगा दी। टीम के चौथे और अपने दूसरे ओवर की पहली गेंद पर दूसरे ओपनर पाथुम निसंका (2 रन) को रविंद्र जड़ेजा के हाथों कैच कराया उसे बाद अपनी तीसरी गेंद पर सदीरा समरविक्रमा शून्य पर लेग बिफोर आउट किया और इसके बाद सिराज ने अपनी चौथी बॉल पर हाल में आए चरिथ असिलंका की शून्य पर वापसी कराई इनका कैच ईशान किशन ने लिया सिराज यही नहीं रुके और अपने इस दूसरे ओवर की अंतिम बॉल पर धनंजय डिसिल्वा (4 रन) को राहुल के हाथों कैच कराकर आउट किया। इस तरह श्रीलंका का पहला विकेट शून्य पर गिरा और उसे बाद 8 रन के स्कोर पर तीन और सिर्फ 12 रन पर उसका पांचवा विकेट गिरा। इस तरह चौथे ओवर के बाद श्रीलंका की आधी टीम पवेलियन पहुंच गई थी इसके बाद भी सिराज का जादू सिर चढ़कर बोल रहा था उन्होंने छठे ओवर में कप्तान दशून शनाका को शून्य पर उनकी गिल्लियां उड़ाकर अपना अगला शिकार बनाया और श्रीलंका का स्कोर 6 विकेट पर 12 रन का हो गया और दूसरे छोर पर खड़े कुशल मेंडिस एक के बाद एक अपने बल्लेबाजों को जाते देखते रहे लेकिन छठे ओवर में वह सिराज का अगला शिकार बने मैंडिस को 17 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर सिराज ने बोल्ड आउट कर दिया। श्रीलंका का स्कोर 33 रन पर 7 विकेट हो गया।
इसके बाद हार्दिक पांड्या ने अंतिम तीनों विकेट लेकर श्रीलंका की पूरी टीम को समेट दिया। पहले हार्दिक ने दुनिथ बेलालालगे (8 रन) को राहुल के हाथों कैच कराया उसके बाद प्रमोद मदुगन (1 रन) को विराट और उसके बाद पथिराना को ईशान किशन के हाथों कैच कराकर आउट कराया और इस तरह श्रीलंका की पूरी टीम 50 रन के स्कोर पर आउट हो गई।
मोहम्मद सिराज ने 7 में एक मेडन ओवर फैंकते हुए केवल 21 रन देकर श्रीलंका के 6 बल्लेबाजों को आउट किया जबकि हार्दिक पांड्या ने 2.2 ओवर में 3 रन दिए और श्रीलंका के 3 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा और एक विकेट जसप्रीत बुमराह ने लिया। सिराज ने 16 बॉल में 5 विकेट लेकर एशिया कप में श्रीलंका के तेज बॉलर चामिंडा वास की बराबरी की जिन्होंने 2003 में बंगलादेश के खिलाफ 16 बॉल में 5 विकेट लिए थे।
भारत को एशिया कप अपने नाम करने के लिए 51 रन का टारगेट मिला था और भारत ने बिना विकेट खोए 51 बना लिए और 10 विकेट से एशिया कप अपने नाम कर इतिहास रच दिया ओपनिंग करने आए ईशान किशन ने नाबाद 23 रन (18 बॉल) और शुभमन गिल ने नाबाद रहकर 27 रन (19 बॉल) का योगदान दिया और भारत ने बिना विकेट खोए 51 रन बनाएं।
इस मैच में कई रिकार्ड भारत ने अपने नाम किए बिना विकेट खोए उसने केवल 37 बॉल (6.1 ओवर) में 51 रन बनाएं और 263 बॉल बाकी रहते फायनल मैच जीता। इससे पहले भारत ने 2001 में केन्या के खिलाफ खेलते हुए उसे 231 बॉल रहते मात दी थी। भारत की एशिया कप में 7 वी जीत के साथ चैंपियन बना जबकि ओडीआई और टी 20 में एक जीत मिलाकर 8 बार वह शॉर्ट फॉर्मेट में चैंपियन रहा है।