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मुरैना में एक ग्रामीण ने आत्मदाह किया मौत
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गरीबी और आर्थिक तंगी बनी बजह आत्महत्या की ?
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प्रशासन करेगा जांच
मुरैना -मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के ग्राम रुदावली देहगांव में एक ग्रामीण के संदिग्ध परिस्थितियों के चलते आत्मदाह कर खुदकुशी करने का मामला सामने आया हैं बताया जाता है लॉक डाउन में आर्थिक तंगी की बजह से उंसने यह कदम उठाया है जबकि प्रशासन का कहना है कि इसके परिवार को तीन माह का राशन मुहैया कराया गया था लेकिन मामले की जॉच करायेंगे यदि ऐसा पाया जाता हैं तो दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होगी।
पांच बेटी और दो बेटों के पिता शिवचरण सखवार ने सोमवार को आत्मदाह कर खुदकुशी करने का प्रयास किया देखकर आसपास रहने वाले पड़ोसियों ने किसी तरह आग बुझाई और पुलिस को खबर की पुलिस ने आग लगने से गंभीर हालात में शिवचरण को पोरसा के अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन उसकी स्थिति और बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया जहां लेजाने के दौरान उसने बीच रास्ते में दम तोड़ दिया।
मृतक की पत्नी गीता सखवार ने बताया कि घर मे राशन नही होने से तीन चार दिन से खाना नही बना था भूखे बच्चें रो रहे थे यह उनसे यह देखा नही गया और इसलिये मेरे पति ने यह कदम उठाया हैं। प्रशासनिक सहायता के सबाल महिला का कहना थोड़ा मिला था एक माह का परिवार बड़ा है पूर नही पड़ी।
इधर घटना के बाद महुआ थाना पुलिस देहगांव पहुँच गई थी उंसने मामला कायम कर जांच में ले लिया है इस मामले में जब मीडिया ने पोरसा के तहसीलदार राजकुमार नागोरिया से बात की थी तो उनका कहना था मेने जनपद पंचायत सीईओ ग्राम सचिव और पटवारी से बात की तो उनका कहना था कि मृतक का बीपीएल कार्ड हैं और वह पात्रता परिचय धारी हैं और इसे तीन माह का राशन दिया जा चुका हैं उंसके बावजूद यदि कोई परेशानी हुई इसे राशन नही मिला उसकी बजह से इसने यह कदम उठाया तो इसकी जांच की जायेगी और दोषियों के खिलाफ़ कड़ी कार्यवाही की होगी ।
जैसा कि मृतक की पत्नी ने बताया कि 3 दिन से उंसके घर में खाना नहीं बना था और ना घर में कोई राशन था। लॉक डाउन होने से कोई मजदूरी या नौकरी भी नहीं कर पा रहा था इसी वजह से बच्चे और उसकी पत्नी परेशानी हालत में घर में रो रहे थे यह शिवचरण सखवार पर देखा नही गया। यह एक पक्ष है गरीब परिवार जिसका मुखिया मेहनत मजदूरी करके किसी तरह अपने बच्चों का पेट पाल रहा था।
लॉक डाउन के चलते सब कुछ बंद होने का क्या नतीजा निकला यह शिवचरण की मौत से समझा जा सकता है। जो कि लॉक डाउन का एक कड़वा सच भी है। जबकि इसका दूसरा पहलू हैं कि सच्चाई क्या हैं जो मृतक की पत्नी ने बताया या इसके दूसरे कारण भी हो सकते हैं।
यह घटना संदेहास्पद हैं तो अब प्रशासन की जांच और पुलिस के इस मामले की तह में जाने के बाद ही सच मालूम पड़ेगा प्रतीक्षा कीजिये।