ग्वालियर- हाईकोर्ट की मुख्यपीठ ने उस जनहित याचिका को निराकृत कर दिया है जिसमें स्वाइन फ्लू की टेस्टिंग के लिए हर जिले में एक प्रथक लैब स्थापित किये जाने की मांग की गई थी।राज्य सरकार की ओर से मुख्य पीठ में एक हलफनामा पेश किया गया है जिसमें कहा गया है कि राज्य के हर मेडीकल कॉलेज में स्वाइन फ्लू की टैस्टिंग के लिए अत्याधुनिक लैब स्थापित की जायेगी इसके लिए एमओयू साइन हो चुका है।और जल्द ही इसे केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेजा जायेगा।
फिलहाल भोपाल के मेडीकल कॉलेज में लैब की स्थापना का कार्य शुरु कर दिया गया है। दरअसल ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव धीरेन्द्र सिंह चंदेल की पुत्रवधू विध्यवासिनी सिंह की स्वाइनफ्लू से मौत हो गई थी।करीब डेढ़ साल पहले विध्यवासिनी सिंह को बीमारी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनका इलाज भी हुआ और डीआरडीई में स्वाइन फ्लू का टैस्ट भी कराया गया लेकिन रिपोर्ट में टैस्ट निगेटिव आया और जब हालत बिगडने पर महिला को दिल्ली भर्ती कराया गया तब वहां हुए टैस्ट में स्वाइन पॉजीटिव आया।इसी को लेकर पूर्व कुल सचिव ने एक जनहित याचिका हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ मे दायर की थी।