छिंदवाड़ा/ मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के बोदल कछार गांव में एक युवक ने अपनी पत्नी सहित 8 परिजनों को कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया उसे बाद वह अपने ताऊ के घर पहुंचा और अपने भतीजे पर भी हमला किया लेकिन शोर सुनकर परिवार वाले जांग गए इस बीच आरोपी युवक वहां से भाग गया और दूर जाकर उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। फिलहाल इस घटना के कारण का पता नहीं चला है आज सभी 9 मृतकों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया और किसी भी घर में चूला नही जला। लेकिन इस घटना के बाद गांव में दहशत व्याप्त है।
यह खूनी वारदात छिंदवाड़ा जिले की तामिया तहसील के अंतर्गत आने वाले माहुल कछार गांव की है जहां मंगलवार – बुद्धवार की दर्मियानी रात 2.30 बजे दिनेश उर्फ़ भूरा सुईयाम ने इस लोमहर्षक हत्याकांड को अंजाम दिया। उस समय सभी गहरी नींद में थे। सबसे पहले उसने अपनी पत्नी को कुल्हाड़ी से काट दिया उसे बाद मां बहन, बड़े भाई भाभी और उनकी दो बेटियों और एक बेटे पर कुल्हाड़ी से हमला कर उन्हें भी मार दिया उसे बाद आरोपी अपने ताऊ के घर में जा घुसा और उनके पोते यानि अपने भतीजे पर भी कुल्हाड़ी से हमला किया , जिससे उसका जबड़ा कट गया लेकिन इस बीच चीख और शोर सुनकर अन्य परिवार जन जाग गए और इस आरोपी युवक दिनेश उर्फ़ भूरा वहां से भाग गया और घर से दूर जाकर उसने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।जब खोजबीन हुई तो इस पूरी वारदात का खुलासा हुआ।
खबर मिलने पर माहुल झिर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। और उसने सभी के शव पीएम के लिए रवाना किए। मरने वालों में आरोपी दिनेश उर्फ भूरा की पत्नी वर्षा बाई (23 साल), उसकी मां सियाबाई (55 साल), भाई श्रवण सुईयाम (35 साल), भाभी बरातो बाई (30 साल), छोटी बहन पार्वती (16 साल), भतीजा कृष्णा (5 साल), दो भतीजी सेवती (4 साल) और डेढ़ साल की दीपा शामिल है। जबकि इस खुनी वारदात के बाद आरोपी भूरा ने घर से कुछ दूरी पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली इस तरह 9 लोगों के मरने से एक पूरा परिवार खत्म हो गया।
इस घटना में गंभीर रूप से घायल 10 वर्षीय आरोपी के भतीजे इशू पुत्र आफलिया सुईयाम को उचित इलाज के लिए नागपुर रेफर किया गया। आज सभी 9 लोगों के पोस्टमार्टम के बाद ताऊ के परिवार, रिश्तेदार और गांववालों की मोजूदगी में सभी 9 लोगों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया एक साथ नौ अर्थी उठने से पूरे गांव में मायूसी दिखाई दी जबकि इस घटना के बाद से गांव के लोगों में डर बना हुआ है। जिसको देखते हुए गांव में पुलिस बल लगाया गया है। बताया जाता है इस परिवार पर 4 एकड़ खेती की जमीन हैं। लेकिन इस बड़ी घटना के कारणों का फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है।
इस बड़े हत्याकांड को लेकर कांग्रेस ने कहा है कि यह घटना गरीबी और बेरोजगारी के कारण हुई है लेकिन मंत्री संपतिया उईके ने इसका खंडन करते हुए कहा आरोपी मानसिक रूप से कमजोर और अस्थिर था कांग्रेस बेवजह राजनीति कर रही है उन्होंने हरसंभव मदद के बात भी कही है। जबकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ है उन्होंने मृतकों के परिवार को 10 लाख की आर्थिक सहायता और घायल बच्चें के इलाज के लिए 5 लाख रूपये की अतरिक्त राशि देने की घोषणा की हैं।