पटना/ एनडीए गठबंधन की सदस्य पार्टी आरएलजेपी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने आज तीखे तेवरों का मुजाहिरा करते हुए एनडीए और बीजेपी को खुली चेतावनी दे दी है पटना में हुई पार्टी की बैठक में पशुपति पारस ने साफ कहा है कि हम सीटों के ओपचारिक ऐलान तक रुके है यदि हमारी पार्टी को उचित सम्मान एनडीए और बीजेपी नही देती तो हम पार्टी हित में भविष्य का फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है हमारे लिए दरवाजे खुले है और हम कही भी जा सकते है उन्होंने यह भी कहा कि हमारी पार्टी के सभी 5 सांसद चुनाव लडेंगे साथ ही मैं खुद हाजीपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ूंगा।
आज हुई राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस की अध्यक्षता में हुई बैठक में संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह समस्तीपुर के सांसद प्रिंस राज नवादा के सांसद चंदन सिंह सहित तीन सांसद और वरिष्ठ नेता मोजूद थे बैठक में आगे की रणनीति पर विचार किया गया। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पशुपति पारस ने कहा कि हम एनडीए का हिस्सा आज भी है और पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अध्यक्ष जेपी नड्डा का हम बहुत सम्मान करते है हम चाहते है कि हमारे सभी पांचों सांसदों को उनके उसी क्षेत्र से टिकट दिया जाएं जहां से वह पिछले चुनाव में जीते थे लेकिन अभी तक हमसे इस मामले में कोई बात नही की गई फिलहाल एनडीए की ओपचारिक सूची जारी नही हुई है हम उसका इंतजार करेंगे यदि हमारे साथ न्याय नहीं होता तो हमारे लिए आगे सभी दरवाजे खुले है हम अपना निर्णय लेंगे और हमारे सभी सांसद चुनाव लडेंगे उन्होंने यह भी कहा कि वह खुद अपनी परंपरागत हाजीपुर सीट से लोकसभा का चुनाव लडेंगे।
बीते दिनों एनडीए में शामिल एलजेपी नेता चिराग पासवान और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की सीट बंटवारे को लेकर दिल्ली में बैठक हुई थी सूत्रों के मुताबिक चिराग की एलजेपी को बिहार की एलजेपी के कोटे की पूरी 5 सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति बनी थी। खुद चिराग पासवान ने नड्डा के साथ एक फोटो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करते हुए कहा था कि बैठक में बातचीत काफी सकारात्मक हुई। फिलहाल एनडीए की तरफ से इसका ओपचारिक ऐलान तो नही हुआ लेकिन पशुपति पारस की पार्टी में इसके बाद भूचाल आ गया क्योंकि सभी सीटें भतीजे चिराग पासवान के खाते में जाने से साफ था कि उनके चाचा को एनडीए एक भी सीट देने के मूड में नहीं है और एक तरह से उनका पत्ता साफकर उन्हें एनडीए से निकाल सा दिया है।
पशुपति पारस के इस निर्णय से लगता है बिहार में एनडीए की मुसीबतें बड़ने वाली है क्यों कि हाजीपुर से चिराग पासवान चुनाव लड़ने वाले है जो उनके पिता रामविलास पासवान की कर्मभूमि रही है जबकि पशुपति पारस भी इस सीट पर अपना दावा पेश कर रहे है उनका कहना है उनके भाई ने उन्हें यह सीट दी है इससे संभव है चाचा भतीजे दोनों के बीच दिलचस्प मुकावला देखने को मिल सकता है