ग्वालियर – मेंटल हास्पीटल में मरीजों की संख्या दिनोदिन बढ़ती जा रहीं हैं। ठीक हो चुके मरीजों को उनके परिवार के लोग ही अब स्वीकार नहीं कर रहें है जबकि अस्पताल प्रबंधन उन्हें पत्र लिख लिख कर हार चुका हैं। अब मानसिक आरोग्यशाला में ठीक हो चुके रोगियों को न लेने आने वाले परिजन को अब पुलिस वारंट जारी कर तलब किया जाएगा। यह फैसला आरोग्यशाला प्रबंध समिति ने लिया है।
अभी तक ऐसे मरीजों के परिजन को पत्र भेजकर सूचित किया जाता है कि वे आकर अपने मरीज को घर ले जाएं। लेकिन कई बार पत्र लिखने के बाद भी मरीज के परिजन उन्हें लेने के लिए नहीं आते हैं। इसके चलते मानसिक आरोग्यशाला में ऐसे मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जो पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। संभागीय कमिश्नर एसएन रूपला की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय हुआ कि पत्र भेजने के बाद भी अपने मरीजों को लेने न आने वाले परिजन को अब पुलिस वारंट जारी कर बुलाया जाएगा।
आपको बता दें कि आरोग्यशाला में 119 मरीज ऐसे हैं, जो ठीक हो चुके हैं। लेकिन मानसिक आरोग्यशाला में रहने को मजबूर है। खास बात ये है कि मरीजों में कई तो ऐसे हैं, जो संपन्न ओर उच्च शिक्षित परिवारों से हैं। ऐसे ही एक मरीज के भाई पेशे से डॉक्टर हैं। उन्हें कई बार पत्र भेजे गए पर वे अपने भाई को लेने नहीं आये। इसी तरह एक मरीज के पिता डॉक्टर हैं लेकिन उन्होंने भी अपने बेटे की अब तक सुध नहीं ली। फिलहाल ये देखना होगा समिति का वारंट फार्मूला कितना सफल हो पाता है। इस मामले में एसपी डॉ. आशीष का कहना है कि ठीक हो चुके मरीजों के परिवार वालो को वारंट से तलब कर पूछा जाएगा कि अब उन्हें परिवार वाले क्यों नहीं स्वीकार कर रहे हैं।