भोपाल/ मध्यप्रदेश चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है गृहमंत्री 15 दिन में दूसरी बार भोपाल आए और उन्होंने देर रात तक कोर कमेटी की बैठक ली इस दौरान पूरे प्रदेश में पार्टी का डंका बजाने को लेकर की चुनावी यात्रा के रूट को अंतिम रूप दिया गया। भाजपा की यह विजय संकल्प यात्रा प्रदेश में एक साथ अलग अलग 4 या 5 स्थानों से निकलेंगी जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को सौंपा जा सकता है। इन यात्राओं के मार्फत पिछली बार हारी सीटों पर पार्टी का खास फोकस रखा जायेगा।जानकारी के मुताबिक यह नेता एक दूसरे की यात्राओं में भी शिरकत कर सकते है। जबकि शाह ने सभी सीटों का फीड बेक भी लिया साथ ही नाराज नेताओं को मनाने की प्रक्रिया की जानकारी भी ली
गृहमंत्री अमित शाह बुद्धवार रात 8 बजे भोपाल पहुंचे और विमान तल से सीधे पार्टी दफ्तर पहुंचे, बैठक में उन्होंने साफ तौर पर संकेत दिया कि मध्यप्रदेश चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे को सामने रखकर पूरी टीम चुनाव लड़ेगी इस दौरान शाह ने कोर कमेटी के सदस्यों से अलग अलग चर्चा की,पार्टी सूत्रों के मुताबिक शाह ने सरकार के कामकाज पार्टी की जमीनी हकीकत और कार्यकर्ताओं की सक्रियता पर फीडबेक लिया सदस्यों से यात्रा के रूट और नेतृत्व करने वाले चेहरे पर भी विचार किया, बैठक के दौरान प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव अभियान समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर चुनावी टीमों के नाम भी सुझाए जिन्हे मामूली संशोधन के साथ शाह ने हरी झंडी दे दी। बताया जाता है इस बैठक में चुनाव प्रभारियों के नामों पर भी लगभग सहमति बन गई हैं।
आधी रात तक चली बैठक में चुनावी रणनीति यात्रा का रोड मैप साथ ही असंतुष्ट नेताओं को मनाने के लिए सिलसिलेवार कार्यक्रम को भी अंतिम रूप दिया गया। अमित शाह ने प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव की सभी 230 विधानसभाओं पर तैयार की गई रिपोर्ट पर सियासी समीकरण की जानकारी बैठक में ली साथ ही पिछली 11 जुलाई की बैठक का फीड बेक भी लिया सूत्र बताते है कि इस रिपोर्ट में सभी सिटिंग एमएलए के फीड बेक और उनकी जीत की संभावनाओं और वर्तमान स्थिति पर भी बात हुई मिले फीड बेक के आधार पर करीब 50 से 60 विधायकों के फिर से चुनाव लड़ने पर संशय मंढराता दिखाई दे रहा है पार्टी उनके टिकट बदलने पर भी गंभीरता से विचार कर सकती है।
विजय संकल्प यात्रा के रोड मैप के मुताबिक मुख्य यात्रा सितंबर माह में उज्जैन से प्रारंभ होगी जिसकी तारीख का जल्द ऐलान पार्टी करेगी इसके अलावा चित्रकूट ग्वालियर जबलपुर से यह यात्राएं निकाली जाएंगी किसी एक यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की भी संभावना जताई जा रही है। खास बात यह भी है कि विजय संकल्प यात्राओं का जो रूट बनाया गया है उसमें 2018 में हारी गई विधानसभाओं को शामिल करने की खास रणनीति भी पार्टी ने बनाई है।
सूत्र बताते है कि अमित शाह ने मालवा निमाड़, ग्वालियर चंबल, बुदेलखंड विंध्य महाकोशल और मध्य क्षेत्र की जिम्मेदारी अलग अलग नेताओं के कंधो पर देने पर भी मनन किया, मालवा निमाड़ को लेकर उन्होंने राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से और ग्वालियर चंबल को लेकर नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया से अलग अलग बात भी की। जबकि जानकारी यह भी मिली है कि चुनाव समितियों के नाम भी तय कर लिए गए है प्रदेश चुनाव समिति में अध्यक्ष सहित 16 सदस्य शामिल होंगे, इस तरह इसमें प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ पार्टी के अन्य बड़े नेता सम्मालित होंगे।
कोर कमेटी की बैठक में अमित शाह सहित राष्ट्रीय संगठन प्रभारी बीएल संतोष सह प्रभारी शिवप्रकाश प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर के साथ कोर कमेटी के अन्य सभी सदस्य मोजूद रहे।