ग्वालियर के चिड़ियाघर को अगले एक महीने के लिए बंद कर दिया गया है।
दिल्ली और महू से आई एक्सपर्ट की टीम की रिपोर्ट के बाद कलेक्टर ने चिड़ियाघर को बंद करने के आदेश दिए हैं। सोमवार को एक्सपर्ट की टीम ने अंतिम बचे तीन पेंटेड स्टॉक पक्षियों को मार दिया गया है। जबकि 25 पक्षियों ने बीते पांच दिन में दम तोड़ दिया था। आज कलेक्टर डॉं. संजय गोयल ने इसकी अधिकृत की है।
ग्वालियर का 111 साल पुराना चिड़़ियाघर सोमवार को पूरी तरह सुनसान नजर आया। दरअसल प्रशासन ने एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर चिड़ियाघर को अगले एक महीने के लिए बंद कर दिया है। बीते छह दिनों में यहां पेंटेड स्टॉक नाम के 25 पक्षियों की मौत हो चुकी है। पक्षियों की मौत के बाद जांच के लिए उनके सैंपल भोपाल लैब भेजे गए थे जहां से दो पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। इसके बाद दिल्ली और महू से एक्सपर्ट की टीम ग्वालिय आई। टीम की सलाह के बाद बाकी बचे तीन पेंटेड स्टॉक पक्षियों को सोमवार को मार दिया गया है। सोमवार से चिड़ियाघर के मेनगेट पर इसके बंद होने के बोर्ड लटका दिया गया है। सीजन के दिनों में करीब सात से आठ हजार सैलानी रोजाना चिड़ियाघर देखने आते है। अगले तीन सप्ताह तक ये चिड़ियाघर एक्सपर्ट की निगरानी में रहेगा। एक्सपर्ट की टीम चिड़ियाघर के बाकी बचे पक्षियों के स्वास्थ की लगातार जांच करेगी। इस दौरान अगर अन्य पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू से होती या फिर उनमें बर्ड फ्लू के लक्षण पाए जाते हैं तो एक्सपर्ट की टीम उन पक्षियों को भी नष्ट करेगी। करीब महीनेभर बाद इस चिड़ियाघर के भविष्य का फैसला होगा। एक्सपर्ट की टीम के निर्देशों के तहत चिड़ियाघर में तैनात अमले का रोज स्वास्थ परीक्षण कराया जा रहा है। इसके साथ ही पक्षियों की देखरेख में लगे अमले को टेमीफ्लू टैबलेट खिलाई जा रही है। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने कहा कि चिड़ियाघर अगले तीन सप्ताह तक एक्सपर्ट की निगरानी में रहेगा। इसके बाद आगे की स्थितियों पर विचार होगा|