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ग्वालियर के दिग्गज बीजेपी नेता कल होंगे कांग्रेस में शामिल …
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कांग्रेस बीजेपी में मचा हड़कंप…
ग्वालियर, भोपाल– बीजेपी चाहे कांग्रेस पर कितने भी आरोप लगाले उसके अंदर भी असंतोष कम नही हैं अब उसके एक दिग्गज नेता के कांग्रेस में शामिल होने की सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने से पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है लेकिन यह खलबली सिर्फ बीजेपी में ही हो ऐसा नही है कांग्रेस में भी उतनी ही बैचेनी हैं। खबर यह भी है कि गाड़ियों का एक बड़ा काफिला लेकर यह युवा नेता भोपाल रवाना भी हो गये हैं। और कल सुबह वह बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो जायेंगे।
बीजेपी के यह नेता है डॉ सतीश सिंह सिकरवार तीन बार पार्षद रहे डॉ सिकरवार पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस प्रत्याशी रहे मुन्नालाल गोयल से करीब 20 हजार वोटों से चुनाव हार गये थे लेकिन अब पासा पलट गया आज मुन्नालाल गोयल कांग्रेस छोड़कर सिंधिया के साथ बीजेपी में आ गये और उनका टिकट भी ग्वालियर पूर्व विधानसभा से पक्का हैं इसलिये सतीश सिंह का बीजेपी में अब कोई हिल्ला नही रहा|
इसी के चलते एक सोची समझी रणनीति के तहत उन्होंने कांग्रेस के दरवाजे पर दस्तक दी हैं। बताया जाता है आज वे अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ सड़क मार्ग से भोपाल रवाना भी हों गये है सूत्र बताते है उनके साथ 10 पार्षद और ग्वालियर पूर्व विधानसभा के 5 मंडल अध्यक्ष भी साथ भोपाल गये है बताया जाता है कल यानि 8 सितंबर को सुबह 10 बजे सतीश सिंह सिकरवार प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस का हाथ थामेंगे।
जानकारी मिली है कि सतीश सिंह सिकरवार की कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रामनिवास रावत के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ से बातचीत हुई हैं लेकिन क्या कांग्रेस उन्हें ग्वालियर पूर्व से टिकट देगी और क्या सिकरवार इसी शर्त पर कांग्रेस ज्वाइन करने वाले है कि कांग्रेस इसका फल टिकट के रूप में देगी यह सबाल उठना लाजमी है । और यदि नही देगी तो उनके कांग्रेस ज्वाइन करने का क्या मतलब है यह भी यक्ष प्रश्न है।
इधर बीते दिनों इनके पाला बदलने की सुगबुगाहट के बीच बीजेपी के सदस्यता अभियान में ग्वालियर आये मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से सतीश सिकरवार की मुलाकात हुई थी इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इन्हें महल बुलाबाया था। लेकिन उसके बाद भी यह दिग्गज नेता लगता है माने नही और पाला बदल कर कांग्रेस का दामन थामने की मन मे ठान ही बैठे हैं।
हाल में गवालियर में कांग्रेस कार्यालय पर हुई बैठक में कार्यकर्ताओं ने साफ कह दिया था यदि कोई बाहरी नेता दलबदल कर कांग्रेस में आता है और पार्टी उसे प्रत्याशी बनाती है तो वे उसके लिये काम नही करेंगे। जिससे लगता है कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता इनका साथ कैसे देगी इसमें संशय ही हैं। लेकिन सबाल यह भी है कि इस सीट से कांग्रेस पर भी क्या कोई जिताऊ उम्मीदवार है? इस को लेकर कांग्रेस हाईकमान के प्रश्न का उनके किसी नेता पर कोई जबाब भी नही है।
उल्लेखनीय यह भी है कि जिस सीट से यह टिकट चाहते है उस ग्वालियर पूर्व में सबसे अधिक कांग्रेस के 2 दर्जन नेता टिकट की लाइन में हैं लेकिन डॉ सतीश सिकरवार ने हारने के बाद भी उस क्षेत्र के मतदाताओं से लगातार सबंध बनाये रखें है बल्कि उनके दुख सुख में भी शरीक रहे कोरोना काल में उन्होंने मदद भी की जिससे उनकी जमीन तो काफी मजबूत दिखाई हैं।
खबर यह भी है इनके भाई सत्यपाल सिंह सिकरवार जो मुरैना के जिला पंचायत अध्यक्ष रहे है उंसके लिये जोरा विधानसभा से टिकट की भी बात चल रही है।