- ग्वालियर पुलिस राजनीतिक दबाव में,
- छीने मोबाइल लेपटाँप बिना कार्यवाही के जमा किये
ग्वालियर- आखिरकार ग्वालियर आरपीएफ के एएसआई वीके राय और जीआरपी कांस्तेबल आरएस राणा से छीने गए मोबाइल और हैंडिकेम को पुलिस ने बरामद कर लिया हैं। पुलिस का कहना है कि मंगलवार को दो युवक थाने आये और ये सामान छोड़कर चले गए। पड़ाव थाने की पुलिस ने दोनों चीजों को संबंधितों तक पहुंचा दिया हैं। जबकि यह सामान केन्द्रीय मंत्री के समर्थको ने इनसे छीन लिया था और यह लूट का मामला बनता है परन्तु राजनीतिक दबाव के चलते आरपीएफ़ पुलिस मामले को रफ़ादफ़ा करने में लगी है।
खास बात ये है कि इस मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है जबकि ये सरासर लूट का मामला था। मामला चूकि हाईप्रोफाइल था इसलिए सभी इस घटना को दबाने की कोशिश करते दिखे। दरअसल शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र तोमर के समर्थकों ने इस घटना को अंजाम दिया था।
हजरत निजामुद्दीन-जबलपुर डाउन ट्रेन से तोमर को दिल्ली जाना था उनके कोच की पोजीशन प्लेटफार्म के डिस्पले पर गलत शो हो रही थी इसलिए मंत्री को थोड़ा परेशान होना पड़ा ये बात समर्थकों को नागवार गुजरी उन्होंने दो बार चेन पुलिंग कर ट्रेन को 40 मिनट लेट कर दिया। जब घटना की वहां तैनात आरपीएफ एंव जीआरपी के लोग वीडियो बनाने लगे तो समर्थकों ने उनके साथ धक्का मुक्की कर उन्हें खदेड़ दिया और उनका मोबाइल और हैंडिकेम भी लूटकर ले गये थे।