दो हजार पुलिसकर्मियों, चार ड्रोन कैमरों और आरएएफ की मदद से बंद से निपटने की तैयारी
ग्वालियर – 10 अप्रेल को लेकर ग्वालियर चंबल संभाग में एक बार फिर से पुलिस और प्रशासन मुस्तैद दिखाई दे रहा है। प्रशासन ने इस बार उपद्रवियों से निपटने के लिए दो हजार से जयादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।साथ ही सीआरपीएफ को भी तैनात किया है। प्रशसन इसलिए सख्ते में है कि ग्वालियर के सर्व जनप्रबुद्ध संगठन ने बंद का आह्वान किया है, जबकि प्रशासन ने साफ लहजे में कहा है कि अगर किसी भी सूरत में ये लोग बंद कराने की कोशिश करेंगे तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
प्रशासन ने ग्वालियर जिले के पांच थानों में धारा 144 लगा दी है, साथ ही प्रशासन ने स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों को बंद करने के आदेश दिए है। वही पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने शहर को एक हजार कैमरों से निगरानी पर रखा है और ड्रोन कैमरे भी लगाये गए है। खास बात यह है कि इस बार के बंद में जिला पुलिस बल के अलावा आरएएफ यानि रेपिड एक्शन फोर्स की एक टुकडी को भी तैनात किया गया है। जिसे जरूरत पडने पर शहर में उतारा जाएगा। इसके अलावा दंगाईयों की पहचान के लिए कुछ इस तरह के ग्रिनेड बनाए गए है जिन्हें फोडने पर दंगाईयों के कपडों का रंग बदल जाएगा जिससे वो आसानी से पकड में आ सकेंगे। चार ड्रोन कैमरों की मदद से संवेदनशील इलाकों पर नजर रखी जाएगी।
ग्वालियर बंद के दौरान एनजीओ की मदद लेगा जिला प्रशासन
जिला प्रशासन ने मंगलवार को होने वाले ग्वालियर बंद को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में पुलिस कंट्रोल रूम में सामाजिक संस्थाओ के प्रतिनिधियों की बैठक ली। इस बैठक में प्रशासन ने विभिन स्वयंसेवी संघठनो की बैठक में उन से मंगलवार को सहयोग माँगा है। ये स्वयंसेवी संघठन शहर के 22 स्थानों पर तैनात होकर पुलिस और प्रशासन के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर स्थिति पर नजर बनाए रखेंगे।
चुकी ये संघठन आम लोगो से सीधे जुड़े होते है इस लिए प्रशासन ने उन्हें जिम्मेदारी सौपी है। इस मामले में कलेक्टर राहुल जैन का कहना है कि सोमवार को हमने दिन भर बुद्धिजिवियों, समाजसेवियों और एनजीओ के लोगो की बैठक ली। इस बैठक में सभी ने प्रशासन को सहयोग करने का भरोसा दिलाया है। कलेक्टर ने बताया कि 22 स्थानों पर एनजीओ और समाजसेवियों के कैंप लगाए जाएंगे। जिसमें जिला प्रशासन का एक प्रतिनिधि और पुलिस प्रशासन का एक कर्मचारी शामिल होगा। उन्होंने बताया कि ये कैंप पूरे शहर के 22 स्थानों पर लगाए जाएंगे। इनमें गरीब और मलिन बस्तियों में ये कैंप लगाए जाएंगे और एनजीओ की मदद से शांतिप्रिय नागरिकों और उपद्रवियो को पहचान ने की कोशिश की जाएगी।
ग्वालियर बंद के दौरान शहर भर के हॅास्टलों पर पैनी नजर
ग्वालियर में मंगलवार को होने वाले बंद को लेकर जिला प्रशासन ने सभी सरकारी गैर सरकारी छात्रावासों पर पेनी नजर राखी है। हॉस्टल में रहने वाले सभी छात्र-छात्राओं की डिटेल वाडर्न से मांगी गई है। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों की मदद से छात्रा वासो में आने जाने वालो पर निघा राखी जा रही है इसी सिलसिले में सोमवार को जीवाजी विश्व विद्यालय से सम्वन्धित हॉस्टलों का निरिक्षण किया गया और छात्रों को हॉस्टल में रहने की हिदायद दी गई।
ग्वालियर में सरकारी और गेर सरकारी मिलाकर करीब 60 से ज्यादा हॅास्टल है। जिला पुलिस प्रशासन ने रविवार की शाम हॅास्टल संचालको वार्डन की बैठक लेकर उन्हें कडी हिदायत दी है कि मंगलवार को हॅास्टल में रहने वाले छात्रों पर खास नजर रखी जाए। यदि कोई छात्र हॅास्टल से बाहर जाता है तो उनसे रजिस्टर में पूरी जानकारी ली जाए। यदि किसी हॅास्टल के छात्र की किसी उपद्रव में भूमिका मिली तो वार्डन को भी जिम्मेवार ठहराया जाएगा।