- पिछली घटना से सबक लेकर प्रशासन रहा सतर्क, सुरक्षा के किये व्यापक इंतजाम,
- लगाई धारा 144, वर्षी पर रैली निकाल रहे 30 माकपा कार्यकर्ता गिरफ्तार
ग्वालियर/ गत वर्ष की घटना के मद्देनजर ग्वालियर में 2 अप्रेल को पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा और शांति सदभाव के पुख्ता इंतजाम किये है खासकर संवेदनशील इलाकों में अधिकारी खुद मानीटरिंग कर रहे हैं और भारी संख्या में पुलिस, सीआरपीएफ और एसएएफ के जवान तैनात किये गये हैं।अधिकारियों के मुताबिक फ़िलहाल शहर में शांति हैं और शांति भंग करने की संभावना के तहत कुछ असामाजिक तत्वों को हिरासत में भी लिया गया हैं।
ग्वालियर में पिछले साल 2 अप्रेल को एससीएसटी एक्ट के भ्रामक प्रचार के चलते उग्र प्रदर्शन आगजनी गोलीबारी और हिंसा हुई थी,जिसमें ग्वालियर चंबल अंचल में 9 लोगों की मौत हुई थी,कल मंगलवार को उसकी वर्षी थी,कथित संगठनों के इस मामले में दिये बयान और आयोजित कार्यक्रमों की घोषणा के बाद जिले में धारा 144 लगादी गई और सभा जुलूस पर प्रशासन ने पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था,
इस दौरान पुलिस एवं प्रशासन ने सुरक्षा औऱ उत्पात की संभावना के मद्देनजर सुरक्षा केव्यापक इंतजाम किए अधिकारियों के मुताबिक होटल, शादी गार्डन, छात्रावास और अन्य क्षेत्रों में हमारी पूरी नजर रही प्रशासनिक और पुलिस की टीमें उन इलाकों में लगातार दौरा कर रही है, साथ ही राजनीतिक पार्टी और जनप्रतिनिधियों को भी शांतिदूत के रूप में साथ लिया हैं, पिछले साल जो हुआ इस बार ना हो यही हमारी प्राथमिकता हैं फिलहाल पूर्ण शांति रही कही भी कोई असामाजिक गतिविधि नही हो पाई।
ग्वालियर के जिन इलाकों में गत साल हिंसा हुई थी वहां चप्पे चप्पे पर भारी संख्या में पुलिस और अन्य फोर्स के जवान तैनात रहा खासकर थाटीपुर,की बस्तियों सहित मुरार बारादरी, गोले का मंदिर इलाकों के सवेदनशील क्षेत्रों पर पुलिस की खास नजर हैं यहां प्रशासनिक एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी खुद मानीटरिंग कर रहे थे पुलिस के मुताबिक जिला पुलिस सीआरपीएफ और एस ए एफ की दो कंपनियां तैनात की गई है किसी भी स्थिति से निबटने के लिए अकेले थाटीपुर इलाके में 400 जवान लगाये गये ।
पुलिस प्रशासन के अनुसार सुरक्षा के मद्देनजर एहितियातं कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है और असामाजिक तत्वों पर भी हमारी नजर है, माकपा के सभा जुलूस निकालने के सबाल पर पुलिस प्रशासन का कहना हैं शहर में धारा 144 लगी हैं यदि कोई कानून का उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
प्रशासन ने आदेश जारी कर चेतावनी दी थी कि सोशल मीडिया पर जो भ्रामक प्रचार करेगा अफवाह फैलाएगा उसके खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही होगी, कही भी हुजूम बनाकर खड़े ना हो, सभी सीसीटीवी पाइंट्स पर बोर्ड लगाए गये है, साथ ही प्रशासन ने शांति भंग होने पर सूचना देने की अपील भी आमजन से की।
ग्वालियर में विगत वर्ष 2 अप्रेल को हुई हिंसा और उत्पात के दौरान मरने वाले लोगों की वर्षी मनाने का आव्हान मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज किया था,और फूलबाग पर पार्टी ने सभा और श्रद्धांजलि का कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की थी लेकिन प्रशासन और पुलिस ने अचानक नई सड़क स्थित माकपा कार्यालय पर पहुँचकर उन्हें घेर लिया और गिरफ्तार कर लिया।
इस कार्यवाही का माकपा नेता अखिलेश यादव ने विरोध करते हुए कहा कि प्रजातंत्र में यह कार्यवाही गलत है, जबकि प्रशासन का कहना हैं कि विगत घटना को देखते हुए जिले में एहितियातं धारा 144 लगी हुई हैं, और माकपा के कार्यकर्ता शहर में जुलूस निकालने के साथ सभा करने की कोशिश कर रहे थे जो गलत था करीब 30 कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार किया गया हैं।