अतिथि विद्वानों का पैदल मार्च ए डी कार्यालय में ताला डाल कर कर्मचारियों को किया कैद
ग्वालियर- प्रदेश भर के अतिथि विद्वानों का आंदोलन अब तेज होता जा रहा हैं। 2 फरवरी से शुरू हुए इस आंदोलन मैं अतिथि विद्वान जगह जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। ग्वालियर में अतिथि विद्वानों ने लक्ष्मी बाई समाधि से अर्धनग्न होकर पैदल मार्च निकाला जो मोती महल तक जारी रहा। इसके बाद मोती महल स्थित उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक कार्यालय के बाहर अतिथि विद्वानों ने प्रदर्शन किया। इन अतिथि विद्वानों में एड़ी कार्यालय में ताला डाल कर करीब आधा घंटे तक स्टाफ को कैद रखा, बाद में अतिथि विद्वानों ने अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा सरोज मोदी को मुख्यमंत्री के नाम 11 सूत्री ज्ञापन सौंपा संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय राजोरिया का कहना है कि यदि पीएससी द्वारा लगभग 2900 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती की जा रही हैं। इसके लिए आवेदन चल रहे हैं इसे निरस्त कर पहले अतिथि विद्वानों को संविदा पर नियुक्त किया जाए। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में करीब पांच से ज्यादा अतिथि विद्वान तैनात हैं, जो पिछले कई समय से अपना वेतनमान निर्धारित करने और संविदा में लिए जाने की मांग कर रहे थे। उच्च शिक्षा विभाग ने मांगे मानना तो दूर की बात हैं। उल्टा अब विभाग ने उनको पीएससी करने के लिए परेशान कर रहा हैं। यही वजह है कि अतिथि विद्वान अब जोरदार आंदोलन कर रहे हैं, इसी के तहत मंगलवार को अतिथि विद्वानों ने एक रैली निकालकर मोती महल पर अर्धनग्न प्रदर्शन किया और उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक दफ्तर में प्रदर्शन करने के बाद तालाबंदी कर दी अतिथि विद्वानों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है ऐसे में आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा।