भोपाल/ मध्यप्रदेश बच्चियों के साथ यौन शौषण की घटनाओं से दहल उठा है मंगलवार को हरदा में एक 5 साल की मासूम दरिंदगी का शिकार बनी जिसे आरोपी कुरकुरे दिलाने बहाने ले गया जबकि मुरैना में एक बकरी चराने वाली 9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। परिजनों को बह गंभीर स्थिति में खून से लथपथ नदी किनारे मिली। वही पुलिस ने दोनों ही मामलों में नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है लेकिन आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। लोगों में इसको लेकर भारी आक्रोश है उन्होंने अस्पताल पर हंगामा कर प्रदर्शन किया और आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
हरदा में 5 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना …
हरदा के सिराली गांव में एक आदतन अपराधी सुनील ने बच्ची को हवस का शिकार बनाया। आरोपी 5 वर्षीय बालिका को खाने की चीज के बहाने बहला-फुसला कर नदी किनारे ले गया। इसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया। गांव के एक व्यक्ति ने जब बालिका की रोने की आवाज सुनी तो उसने मौके पर पहुंचकर विरोध किया और उसने आरोपी को पकड़ने की कोशिश भी की लेकिन इस दौरान आरोपी मौके से भाग गया। खबर मिलने पर परिजन नदी किनारे पहुंचे और खून से लथपथ बच्ची को छीपाबड़ पुलिस थाने लेकर आए उसके बाद पुलिस और परिजन मासूम को सिराली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां हरदा से महिला डॉक्टर सिराली पहुंची और बच्ची का उपचार किया। जिसमें रेप की पुष्टि भी हुई।
घटना की जानकारी लगते ही एसपी अभिनव चौकसे ने पुलिस की दो टीम बनाकर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। उनका कहना है कि पुलिस आरोपी को जल्द पकड़ने के साथ उसे सख्त सजा दिलाएंगी।
जबकि थाना प्रभारी मुकेश गौड़ ने बताया एसपी पूरे मामले को देख रहे है पुलिस ने पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर आरोपी सुनील कोरकू (21 वर्ष) निवासी ग्राम खारी जिला खंडवा के खिलाफ दुष्कर्म और पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और उसकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है।बताया जाता है आरोपी आदतन अपराधी है और कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आया हैं।
लेकिन इस घटना को लेकर हरदा में काफी आक्रोश है पहले भीड़ ने जिला अस्पताल का घेराव कर प्रदर्शन और हंगामा किया, लोगों की मांग थी कि आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाया जाएं। इस दौरान नर्मदापुरम – खंडवा स्टेट हाईवे पर भी चक्काजाम भी किया गया।
मुरैना में 9 साल की बच्ची के साथ बर्बरता …
जबकि मुरैना में एक 9 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ रेप की घटना को 30 वर्षीय एक युवक ने अंजाम दिया है बताया जाता है जिले के घमंडी की खोड़ गांव की एक 9 साल की बच्ची मंगलवार की सुबह गांव के बाहर अपने खेत में बकरी चराने गई थी इस बीच गांव में ही रहने वाला उदयवीर गुर्जर नामक युवक उस नाबालिग बच्ची को जबरन पकड़ कर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया, दरिन्दगी के बाद यह हैवान बच्ची को गंभीर स्थिति में छोड़कर वहां से भाग खड़ा हुआ इस बीच मासूम दर्द से तड़पती रही पीड़िता के घर ना पहुँचने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की तो उसे गंभीर हालत में गाँव के बाहर पड़ा पाया।
नाजुक हालत में बच्ची को परिजन पोरसा उप स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए,इस बीच मालूम होने पर पुलिस भी आ गई, प्राथमिक उपचार के बाद पीड़िता को ज़िला अस्पताल रेफ़र कर दिया गया है ।
नगरा थाना पुलिस ने आरोपी उदयवीर गुर्जर के खिलाफ रेप एक पास्को एक्ट सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उसकी खोजबीन शुरू कर दी है। इस घटना के बाद गांव में तनाव व्याप्त है लोग भारी गुस्से में है और आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग कर रहे है। एहतियातन क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मासूम बच्चियों के साथ बर्बरता, सरकार कब जागेगी, कांग्रेस हमलावर …
इन मामलों को लेकर कांग्रेस मोहन सरकार पर हमलावर है प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी का कहना है इन मासूम बच्चियों के साथ हुई बर्बरता ने प्रदेश को शर्मसार कर दिया है हर दिन मध्यप्रदेश में बेटियों पर हो रही जघन्य अपराधों की ख़बरें दिल को झकझोर देती है प्रदेश में कानून व्यवस्था का हाल बदतर होता जा रहा हैं और बच्चियों और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर मोहन यादव की चुप्पी बेहद चिंताजनक है। पटवारी ने कहा अपराधियों की हिम्मत और प्रशासन की नाकामी ने प्रदेश को सुरक्षा के घेरे में ला दिया है सोए हुए गृहमंत्री को जागना होगा, आखिर कब तक प्रदेश की आधी आबादी आए दिन ऐसी वीभत्स घटनाओं का शिकार होती रहेगी और सरकार यह तमाशा देखती रहेगी।
बीजेपी विधायक ने भी चिंता जताई, नर पिशाचों का अंतिम संस्कार न किया जाये …
नाबालिग बेटियों के साथ लगातार बढ़ती रेप की घटनाओं को लेकर भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा है कि मेरी प्रार्थना है को ऐसी छोटी बेटियों के रेपिस्टो को सार्वजनिक चौराहे पर फांसी पर लटकाया जाएं, और उनका अंतिम संस्कार भी न किया जाएं चील कौवे उन्हें नौच नौच कर खाएं। जब ऐसी सजा पाते हुए दूसरे लोग देखेंगे तो इन छोटी छोटी बेटियों की तरफ हाथ उठाने की हिम्मत नही कर सकेंगे। उन्होंने इतने पर ही बस नही की विधायक ने कहा ऐसे नर पिशाचों के लिए मध्यप्रदेश में कठोर कानून तो बने है लेकिन प्रावधान है कि फास्ट ट्रेक कोर्ट में 30 दिन तक मामला चलने के बाद फांसी की सजा दी जाएंगी, इसके बावजूद यह डर नही रहे और कानून का भय इनकी दुष्ट प्रवत्तियो को उखाड़ नही फैंक सकता मुझे लगता है दंडात्मक प्रक्रिया में कुछ बदलाव करने होंगे।