साल में एक बार खुलते हैं भगवान कार्तिकेय मंदिर के पट
ग्वालियर– प्रथम आरधय भगवान श्री गणेश के भाई और भगवान् शिव और पार्वती के पुत्र कार्तिकेय स्वामी का इकलौता मंदिर ग्वालियर मे स्थित है। इस मंदिर के पट साल मे केवल एक बार मात्र चैबीस घंटे के लिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन खुलते है। ऐसा देश के किसी भी मंदिर मे नहीं होता है, इसलिए इस मंदिर को देखने के लिए आधी रात के बाद से ही भीड़ लगना शुरू हो जाती है। कहते है देश और प्रदेश मे ऐसा दूसरा मंदिरनहीं है, 450 साल पुराने इस मंदिर की प्रसिद्धि दूर-दूर तक फैली है। दरअसल ग्वालियर के हाफिज अली खां मार्ग पर भगवान कार्तिकेय मंदिर के पट शुक्रवार की देर रात से खुल गए। भगवान् के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओ का आना शुरू हो गया। मंदिर के पुजारी के अनुसार कार्तिकेय के श्राप के कारण 364 दिन उनके दर्शन करना निषेध है, लेकिन कार्तिकेय के जन्मदिवस पर उनके दर्शनों का विशेष महत्व है। इसलिए साल में एक दिन कार्तिक पूणिमा को यह मंदिर खुलता है। कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान् कार्तिकेय के दर्शन के लिए प्रदेश के अलावा उत्तरप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, दिल्ली व गुजरात के लोग दर्शन करने आते है। सुबह से ही भक्त लम्बी कतारों मे कार्तिकेय के दर्शन के लिए खड़े रहे। भक्तो का मानना है कि भगवान् कार्तिकेय से जो माँगते वह जल्द ही मिल जाता है। इसलिए वह वर्षो से उनके दर्शन के लिए साल मे एक बार आते है।