उज्जैन / उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आज सुबह तड़के 5.49 बजे अचानक आग भड़क गई, भस्म आरती के दौरान यह आग उस समय लगी जब किसी ने पीछे से गुलाल उड़ा दिया जो आरती पर गिरा। अचानक भड़की आग में पुजारी सहित 14 लोग झुलस गए जिसमें गंभीर रूप से घायल 9 लोगो को इंदौर रेफर किया गया है। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने आज अपने होली के कार्यक्रम निरस्त करते हुए सभी घायलों को एक एक लाख की मदद देने की घोषणा की है।
महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आज सुबह करीब साढ़े 5.49 बजे भस्म आरती का कार्यक्रम संपन्न हो रहा था इस दौरान मंदिर और गर्भ गृह श्रद्धालुओ से खचाखच भरा था और भक्तजन भगवान महाकाल से होली खेलने इकट्ठा हुए थे एक घायल सेवक के मुताबिक जब पुजारी संजीव हाथ में आरती का पात्र लेकर महाकाल की आरती कर रहे थे इसी दौरान उनके पीछे से किसी ने हाथ में भरा गुलाल फेक दिया आरती की लो पर गुलाल गिरते ही एकाएक आग भड़क गई इस आग में पूजा पुजारी सहित आसपास के कई लोग घिर गए। लगता है गुलाल में किसी केमिकल की बजह से यह आग लगी। आग लगाने के बाद कुछ लोगो ने तुरंत एक्सटिंग्विशर का उपयोग कर आग को बुझाने का प्रयास कर आग पर काबू पाया। इस दौरान नंदी गृह में मुख्यमंत्री के बेटे वैभव और बेटी आकांक्षा भी मोजूद थे।
इस आग में 14 लोग झुलस गए सभी को पहले उज्जैन जिला अस्पताल भेजा गया उनमें से ज्यादा घायल 9 लोगो को इंदौर रेफर किया गया है बाकी 2 को अस्पताल में भर्ती किया गया जबकि 3 लोगों की छुट्टी कर दी गई है।
आग लगने के कारण गर्भगृह में चांदी की परत को रंग गुलाल से बचाने के लिए जो फ्लेक्स लगाएं गए थे उनमें भी आग लग गई । बताया जाता है 6 साल पहले भी होली के त्योहार पर महाकाल मंदिर में आग लग गई थी जिसने एक पुजारी झुलसकर घायल हो गए थे।
इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने होली मिलन के अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए और वह भोपाल से पहले इंदौर पहुंचे और वहां अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात कर उनकी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली उसे बाद सीएम उज्जैन पहुंचे और घायलों से मिले। मुख्यमंत्री ने सभी घायलों को एक एक लाख की आर्थिक मदद कर घोषणा भी की है।