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कोरोना वायरस का डर
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होलिका दहन में किया जायेगा कई जड़ीबूटियों का इस्तैमाल
ग्वालियर – देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक होली की तैयारियां अंतिम चरण में है। सोमवार रात को बुराई की प्रतीक होलिका का दहन होगा। इसके लिए शहर के प्रमुख चौराहों और घरों में होलिका दहन की तैयारियां हो चुकी है।
खास बात है कोरोना वायरस के चलते इस बार होलिका दहन में अनेक जड़ीबूटियों का प्रयोग किया जा रहा है। सबसे बड़ी होलिका दहन की तैयारी सर्राफा बाजार में है। करीब 17 फुट ऊंची कंडों की इस होली का को देखने के लिए शहर भर से लोग सराफा बाजार पहुंचते हैं।
पिछले 60 सालों से सर्राफा बाजार में कारोबारियों द्वारा इस होलिका दहन का आयोजन किया जा रहा है। होलिका दहन में पच्चीस हजार से ज्यादा कंडों का उपयोग किया गया है। इस बार कोरोना वायरस के चलते होलिका दहन में कपूर, गुड, लोंग, काली मिर्ची जायपत्री का बड़ी मात्रा में इस्तेमाल किया गया है। ताकि कोरोना वायरस किसी तरह से फैले नहीं।
खास बात यह भी है कि सराफा बाजार की इस होली को महूरत के हिसाब से नहीं बल्कि एसोसिएशन के निर्धारित समय यानी रात को 10:30 बजे दहन किया जाता है। यहां बड़ी संख्या में महिला पुरुष और बच्चे होलिका दहन से पहले उसकी पूजा करते हैं ।