अंबाला / सयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर संघ के आव्हान पर ग्रामीण भारत बंद का खासा असर देखा गया खासकर पंजाब हरियाणा सहित उत्तर भारत के राज्यों में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर व्यवसाय और बाजार के साथ यातायात के साधन भी बंद रहे। जबकि आज चौथे दिन पंजाब हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस सुरक्षा बलों साथ तनातनी जारी रही इस बीच आंसू गैस छोड़ी गई जिससे कई किसान घायल हो गए ।जबकि इस आंदोलन के दौरान अश्रु गैस से दम घुटने से एक सब इंस्पेक्टर और हार्ट अटैक से एक किसान की मौत हो गई है। इधर चंडीगढ़ में सरकार और किसान नेताओं के बीच तीसरे दौर की बैठक नाकाम हो गई और फिर से बैठक होने की खबर हैं। जबकि चढ़ूनी के बाद अब भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) ने भी किसान आंदोलन को अपने समर्थन देने की घोषणा की है। शुक्रवार को हरियाणा में ट्रैक्टर मार्च निकालने के साथ ट्रोल नाके फ्री कराने का ऐलान भी किया गया हैं।
किसान संगठनों का आज ग्रामीण भारत बंद का चार राज्यों पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में खासा असर देखा गया बाजार और व्यापारिक प्रतिष्ठान स्कूल कॉलेज बंद रहे और रोडवेज कर्मियों के बंद को समर्थन देने से आज सभी सरकारी और प्राइवेट बसे भी नही चली साथ ही अन्य यातायात के साधन भी नही दिखे इस दौरान आवश्यक सेवाएं जरूर जारी रही। जबकि पश्चिम उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यो में इस बंद का प्रभाव कम रहा। लेकिन ज्यादातर राज्यों में किसान संगठनों के साथ राजनेतिक दलों ने प्रदर्शन के साथ प्रशासन को ज्ञापन दिए।
शुक्रवार को शंभू बॉर्डर पर मोजूद किसान दोपहर में आगे बड़े तो उन्हें बेरीगेट पर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने रोकने की कोशिश की जब किसान नहीं रुके तो इनपर पुलिस ने अश्रु गैस के गोले दागना शुरू कर दिए जिससे कई किसान घायल हो गए।
इस बीच किसान आंदोलन को देश के 9 मजदूर संगठन और हरियाणा पंजाब और उत्तर प्रदेश के किसान संगठनों का समर्थन भी अब इसे मिलने लगा है साफ है यदि यह मुद्दा जल्द नही सुलझा तो उह आंदोलन लंबा खिच सकता है। इधर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा है कि किसानों का आंदोलन शांति पूर्ण ढंग से आगे चलता रहेगा।
हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन ( चढ़ूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी की कॉल पर शनिवार को 12 से दोपहर 3 बजे तक सभी ट्रोल नाके फ्री करने का काम किया जाएगा साथ ही हरियाणा में तहसील स्तर पर किसान ट्रैक्टर मार्च भी किसानों की मांगों के समर्थन में निकालेंगे।
इधर शुक्रवार को किसानों के सबसे बड़े संगठन भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने आंदोलन में शामिल होने का ऐलान किया है उन्होंने कहा कि शनिवार को पंजाब के सभी ट्रोल फ्री कराएं जाएंगे इसके अलावा शनिवार को भाजपा नेता एवं पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जा और केवल ढिल्लो के घरों का घेराव किया जायेगा। इधर पंजाब के बीजेपी नेता रवि ग्रेवाल ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अन्य पदों से इस्तीफा दे दिया है और बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ को इस्तीफा भेज दिया है उनका कहना है हरियाणा पुलिस आंदोलनकारी किसानों पर बेवजह आंसू गैस छोड़कर उन्हें घायल कर उन्हें प्रताड़ित कर रही है।
जबकि हरियाणा पुलिस ने किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ सहित उनके 5 साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है उनपर आरोप है कि उन्होंने पंजाब हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर पुलिस पर हमला किया।
तीन साल पहले हुए किसान आंदोलन में करीब साढ़े सात सौ किसानों की मौत हुई थी अब इस आंदोलन में भी यह सिलसिला शुरू हो गया हैं पंजाब हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर एक बुजुर्ग किसान ज्ञानसिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई है वे गुरूदासपूर के चाचोकी गांव के रहने वाले थे और ज्ञान सिंह 11 फरवरी को किसान मजदूर संगठन के जत्थे के साथ शंभू बॉर्डर आए थे गांव के सरपंच जगदीश सिंह ने इसकी पुष्टि की है वही पंजाब के कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरहा ने भी X पर ज्ञान सिंह की जानकारी दी है। साथ ही लिखा है कि एक तरफ भाजपा सरकार मांगो को हल करने के लिए किसान नेताओं से बात कर रही है वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस किसानों पर अश्रु गैस के गोले दागने का काम कर रही है।
वहीं शंभू बॉर्डर पर जीआरपी के एक सब इंस्पेक्टर की भी जान चली गई है जिसकी पहचान हीरालाल मूल निवासी चुलकाना गांव पानीपत के रूप में हुई है बताया जाता है इनकी पोस्टिंग जीआरपी की सामलखा चौकी में थी लेकिन किसान आंदोलन के दौरान इनकी ड्यूटी अंबाला में लगाई गई है और शंभू बॉर्डर पर तैनाती के दौरान पुलिस के छोड़े जा रहे आंसू गैस के गोले के फटने के दौरान यह उसकी चपेट में आ गए और दम घुटने से इनकी मौत हो गई।
जबकि भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने आज कहा कि मुद्दों के हल के लिए हम आगे बढ़ रहे है मुझे आशा है अच्छे वातावरण में वार्ता होगी रविवार को किसानों से फिर से चर्चा होगी कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा का कहना है कि बातचीत से हर मसाले का समाधान होता है हमारी चर्चा जारी है किसानों के हित में हमने कई काम किए है जो संभव होगा हम करेंगे।
अभी तक किसान नेताओं और सरकार के बीच तीन दौर की बैठक हो चुकी है जिसमें सरकार की तरफ से तीन केंद्रीय मंत्री कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा केंद्रीय मंत्री मनीष गोयल, नित्यानंद राय और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान प्रमुख रुप से मोजूद रहे लेकिन कुछ मुद्दों पर सहमति बनी लेकिन किसानों के प्रमुख मांग एमएसपी की लीगल गारंटी स्वानीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर सी टू प्लस 50 का फार्मूला और किसानों की कर्जमाफी जैसी मांगों पर सहमति नहीं बन सकी जिससे तीन दौर की यह बैठक एक तरह से असफल हो गई बताया जाता गई अब रविवार को फिर से चौथी बैठक होगी।