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ग्वालियरमध्य प्रदेश

खाली मकान में भीषण विस्फ़ोट बगल के मकान पर गिरा मलबा, मकान ढहने से दो बच्चों सहित 4 की मौत

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खाली मकान में भीषण विस्फ़ोट बगल के मकान पर गिरा मलबा,मकान ढहने से दो बच्चों सहित 4 की मौत

ग्वालियर / मध्यप्रदेश के ग्वालियर स्थित दर्पण काँलोनी के एक मकान में रखे फ़्रिज में विस्फ़ोट होने से मलबे में दबकर दो मासूम बच्चियों सहित चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 5 लोग घायल हो गये खबर मिलने पर घटनास्थल पर पुलिस और फ़ायर बिग्रेड की गाडियाँ पहुंची और उन्होंने बचाव के साथ आग बुझाने का काम किया।

घटना बीती अर्धरात्रि 2 बजे करीब की है ठाठीपुर इलाके की दर्पण काँलोनी के एक बन्द मकान में अचानक जोर का धमाका हुआ और उसमे आग लग गई इस खाली मकान का एक बड़ा हिस्सा बगल के एक पुराने दो मंजिला मकान पर जा गिरा जिससे वह मकान ढह गया, आवाज सुनकर आसपास रहने वाले वहा इकट्ठा हो गये और उनके खबर करने पर ठाटीपुर थाने की पुलिस और दमकल दस्ता मौके पर पहुंचा और उन्होंने मलबा हटाकर लोगों को बाहर निकालने की कार्यवाही शुरू कर दी।

बचाव दल ने ऊपरी हिस्से में दबे परमार परिहार उसकी पत्नि सहित दो बच्चों को निकाला बाद में निचली मंजिल से मलबा हटाने का कार्य शुरु हुआ जिसमे परमार का भाई अनंत परिहार और उसका परिवार सो रहा था लेकिन अनंत उसकी पत्नी उमा दो बच्चियों खुशबू कशिश की मलबे में दबकर मौत हो गई और उनका बेटा राज घायल अवस्थामें मिला, राज सहित सभी घायल 5 लोगों को इलाज के लिये भर्ती कराया गया हैं जहां एक की हालत गंभीर बताई जाती हैं।

जानकारी मिली हैं कि जिस मकान में विस्फ़ोट हुआ वह किसी राणा का हैं जो इस दौरान खाली था। ठाटीपुर थाना पुलिस ने म्रतकों का पीएम कराकर उनके शव परिवार को सौप दिये हैं और प्रकरण कायम कर लिया हैं और पुलिस जाँच की बात कह रही हैं।लेकिन सबाल यह उठता हैं कि फ़्रिज या उसके कम्प्रेशर का विस्फ़ोट क्या इतना घातक हो सकता है कि जो सीमेन्ट से निर्मित नई बिल्डिन्ग को उड़ा दे? ऐसा भीषण धमाका तो किसी शक्तिशाली विस्फ़ोटक का ही हो सकता हैं जिसने आग लगाने के साथ नई बिल्डिंग के एक बड़े हिस्से को धराशायी कर दिया साथ ही आसपास के मकानों को भी हिला दिया।लेकिन यह पुलिस और उसकी फ़ोरेन्सिक जांच का विषय हैं कि यह भीषण विस्फ़ोट किससे हुआ।

लेकिन इस घटना में एक पूरा बेकसूर परिवार अकाल मौत की भैट चढ़ गया उसे क्या मालूम था कि शुक्र -शनिवार की यह रात उनकी आखिरी रात होगी और वे दूसरे दिन नींद से नही जाग पायेंगे। इस घटना में बैचारा मासूम बच्चा राज अनाथ हो गया।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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