कोहिमा / कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि मैं धर्म को पर्सनल मेटर मानता हूं उसे इवेंट बतौर उपयोग करना मैं सही नही मानता। 22 के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को उन्होंने बीजेपी आरएसएस का राजनेतिक फंगशन बताया और कहा इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष वहां नहीं जा रहे उन्होने कहा हमारे हिंदू धर्म के प्रमुखों ने वहां जाने से इंकार कर दिया। जबकि राहुल गांधी ने कहा पार्टी के जो लोग जाना चाहते है जा सकते है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आज चौथा दिन है मणिपुर से शुरू हुई यह यात्रा मंगलवार को नागालैंड पहुंच गई है इस दौरान राहुल गांधी ने एक सभा को भी संबोधित किया।
प्रेस कान्फ्रेस में राहुल गांधी ने कहा कि यह यात्रा सामाजिक आर्थिक और राजनैतिक न्याय के लिए है अन्याय से नफरत और हिंसा बढ़ रही है हम चाहते हैं देश से नफरत और हिंसा खत्म हो। उन्होंने कहा मणिपुर में आज भी स्थिति खराब है टकराव और हिंसा अभी भी जारी है लेकिन प्रधानमंत्री आज तक यहां नहीं आए उन्होंने कहा केंद्र सरकार केवल दो तीन बड़े लोगों के बीच देश का पूरा पैसा बांट रही हैं।
इंडिया गठबंधन के नेताओं के बीच मनमुटाव और सीट शेयरिंग में आ रही गड़बड़ी पर उन्होंने कहा एक खास मिडिया हमारे बीच प्यार और जुड़ाव को नही दिखाता एक मुद्दे को उठाता रहता है कि गठबन्धन में शामिल पार्टियों के नेताओं के बीच तालमेल नहीं है उन्होंने कहा हमारे एलायंस में सब कुछ ठीक ठाक है आपसी समझ से हम आगे बढ़ रहे है जल्द सीट शेयरिंग का मामला भी निपट जाएगा और गठबंधन पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगा और सरकार बनायेंगा।
पत्रकारों ने जब 22 तारीख को कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं के जाने से इंकार करने पर राहुल गांधी से सबाल किया तो उन्होंने कहा 22 तारीख का जो फंगशन है वह पूरी तरह से राजनेतिक फंगशन बन गया है हमारे धार्मिक हिंदू रिलीजन ने भी साफ कहा है वह नही जायेंगे यह बीजेपी आरएसएस का एक राजनेतिक चुनावी कार्यक्रम इलेक्शन फंगशन बन गया है हमारे हिंदू धर्म के जो लीडर है जो अथॉर्टी है उन्होंने कहा कि वह वहां नहीं जाएंगे यह राजनेतिक कार्यक्रम बन गया है उन्होंने कहा आरएसएस बीजेपी ने 22 तारीख को एक चुनावी फ्लेवर इलेक्शन फ्लेवर और पोल्टीकल फ्लेवर दे दिया है इसलिए कांग्रेस प्रेसीडेंट ने वहां जाने से इंकार कर दिया हैं जहां तक धर्मों की बात है हम सभी धर्मों के साथ है हम कहते है जो जाना चाहता है वह जाएं कांग्रेस पार्टी से जो वहां जाना चाहता है वह जा सकता हैं किसी के लिए मनाही नहीं हैं।
राहुल गांधी ने कहा मेरे धर्म के अलग प्रिंसीपल है मैं उसके ऊपर जीवन जीने की कोशिश करता हूं इसलिए में लोगों के साथ ठीक से बर्ताव करता हूं उनकी इज्जत करता हूं कोई कुछ कहता है तो अहंकार छोड़कर उसकी बात सुनता हूं यह मेरा हिंदू धर्म है इसका मैं अपने जीवन में पालन करता हूं लेकिन इसके लिए मुझे इसे शर्ट पर पहनने की जरूरत नहीं है जो नही मानते उन्हें इसे शर्ट पर लगाने की जरूरत होती हैं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा मेरी सोच है कि मेरा जो धर्म है वह मेरा एक पर्सनल मेटर है जो धर्म को मानता है वह उसके आधार पर अपनी जिंदगी को आगे बढ़ाता है लेकिन जो धर्म का पब्लिक के साथ रिश्ता रखता है वह धर्म के नाम पर फायदा उठाने की कोशिश करता है लेकिन मैं अपने धर्म का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करता धर्म मेरे लिए कोई इवेंट नही है।