नेपानगर/ बुरहानपुर के नेपानगर इलाके के घाघरला के जंगल की कटाई और वहां अतिक्रमण कर रहे लोगों को खदेड़ने पंहुचे पुलिस और वन अमले पर बेजा कब्जा करने वालों ने एकजुट होकर हमला बोल दिया और गोफन और तीरकमान की मार से बचने के लिए प्रशासनिक अमले की टीम को अपनी जान बचाकर उल्टा भागना पड़ा। इस हमले में वन विभाग और पुलिस कर्मी ग्रामीण सहित 15 लोग घायल हो गए है।
नेपानगर के घाघरला के जंगलों में एक वर्ग विशेष व्दारा वनक्षेत्र के बड़े भूभाग पर कब्जा करने के साथ पेड़ों को काटने की शिकायत के बाद आज वन विभाग के डीएफओ अनुपम शर्मा के नेतृत्व में वन विभाग पुलिस और एसएएफ की सयुक्त टीम ने एक साथ कार्यवाही शुरू की लेकिन जब यह जंगल के अंदर अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने पहुंचे और कार्यवाही शुरू की तो एकाएक दूसरी तरफ से उनपर गोफन और तीर कमान से हमला शुरू हो गया साथ ही पथराव से प्रशासनिक टीम में भगदड़ मच गई सभी जान बचाकर उल्टा पैरो जंगल से बाहर भाग खड़े हुए इस दौरान कई सरकारी वाहन भी तोड़फोड़ होने से क्षतिग्रस्त हो गए। इस हमले में 14 वन कर्मी और पुलिस कर्मचारी और एक ग्रामीण घायल हो गए है इस हमले में एक वनकर्मी के हाथ में और एक ग्रामीण की पीठ में तीर भी लगा हैं। घायलों को बुरहानपुर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। बताया जाता है हमले के समय जंगल में 300 से ज्यादा अतिक्रमण कारी मोजूद थे।
इस टकराव के बाद वरिष्ठ प्रशासन ने संज्ञान लिया और कलेक्टर ने उस इलाके में धारा 144 लगा दी है साथ ही अतिक्रमकारियों पर कारगार कार्यवाही का निर्णय लिया है पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोड़ा ने कहा कि किसी को बख्शा नहीं जायेगा और कानूनी कार्यवाही होगी। बताया जाता है इनसे निबटने के लिए रिजर्व पुलिस फोर्स को भी बुलाया गया हैं। लेकिन उल्लेखनीय है कि पहले भी अतिक्रमण करने वाले असामाजिक तत्वों से वन विभाग और पुलिस की मुठभेड़ हो चुकी है जबकि हाल में अतिक्रमणकारी पकड़े गए अपने लोगों को पुलिस थाने पर हमला कर छुड़ा ले गए थे।