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छत्तीसगढ़ – ओड़ीशा बॉर्डर के जंगलों में सुरक्षा बल और नक्सलियों में मुठभेड़, 27 नक्सली ढेर,मरने वालों में एक एक करोड़ के दो इनामी हार्डकोर नक्सली भी शामिल

naxal encounter
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रायपुर / छत्तीसगढ़ – ओड़ीसा की सीमा के जंगलों में सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच पिछले चार दिनों से चल रही मुठभेड़ में खबर मिली है कि अभी तक 27 नक्सली मारे गए है जिनमें एक एक करोड़ के इनामी दो हार्डकोर नक्सली भी शामिल है पुलिस ने फिलहाल 14 नक्सलियों के शवों के साथ ही भारी मात्रा में गोला बारूद और हथियार भी बरामद किए है। खास बात है फिलहाल यह नक्सली ऑपरेशन जारी है और 20 किलोमीटर के जंगल की ड्रोन की मदद से निगरानी की जा रही हैं।

रविवार को कुछ बड़े नक्सलियों के साथ काफी तादाद में अन्य नक्सलियों के ओडीशा बॉर्डर से 5 किलोमीटर छत्तीसगढ़ राज्य के कुलारीघाट रिजर्व में छुपे होने की जानकारी मिली थी इसके बाद इस सयुक्त ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ और ओडीशा पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप सहित CRPF के 1 हजार जवान इनको घेरने के लिए लगाए गए। इसके लिए जो कार्ययोजना बनाई गई उसके मुताबिक 300 से ज्यादा जवान सीधे ऑपरेशन के पॉइंट पर तैनात किए गए जबकि बाकी उनके पीछे से उन्हें कवर करते हुए उनकी मदद कर रहे है। इन सभी 1 हजार जवानों ने 20 किलोमीटर के दायरे में पूरे जंगल की घेराबंदी की और इस दौरान नक्सलियों से उनकी मुठभेड़ शुरू हो गई और अभी तक लगातार रुक रुक कर फायरिंग जारी है।

इस मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बल लगातार सर्चिंग कर रहे है इस जॉइंट ऑपरेशन में अभी तक 27 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके है जिसमें छत्तीसगढ़ पुलिस ने 14 नक्सलियों के शव बरामद किए जबकि ओडीशा पुलिस ने अपने एरिए में 13 नक्सलियों के शव बरामद किए है खास बात है मारे गए इन नक्सलियों में एक करोड़ का इनामी सीतानदी जोनल कमेटी का कमांडर मनोज उर्फ गुड्डू और दूसरा एक करोड़ का इनामी नक्सली सेंट्रल कमेटी का सदस्य जयराम उर्फ चलपती शामिल है। मुठभेड़ स्थल से एके 47 सहित कई स्वचालित हथियार और भारी मात्रा में गोला बारूद भी बरामद किया गया है।

जानकारी के अनुसार मुठभेड़ ने मारे गए हार्डकोर इनामी नक्सली कुछ समय पहले बस्तर में सक्रिय थे 1 करोड़ का इनामी जयराम उर्फ चलपति लंबे समय से बस्तर के बीहड़ों मौजूद रहकर नक्सली गतिविधियों का संचालन करता रहा और खुद भी बड़ी वारदातों में शामिल रहा वह पिछले 40 सालों से संगठन में सक्रिय था लेकिन जब बस्तर में फोर्स की आक्रामक गतिविधियां बड़ी तो उसकी सुरक्षा खतरे में पड़ गई और उसे अबूझमाड़ से गरियाबंद – ओडीशा बॉर्डर की तरफ शिफ्ट होना पड़ा। खास बात है चलपती को छत्तीसगढ़ ओडीशा में नक्सली संगठन के विस्तार का सूत्रधार माना जाता है।

इधर गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों की इस सफलता की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी है साथ ही इसे नक्सलवाद के लिए एक करारा झटका करार दिया है

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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