रांची/ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले में ईडी ने 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। हिरासत में लिए जाने के बाद सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंप दिया ।इधर विधायक दल की बैठक में चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है और वह झारखंड के अगले मुख्यमंत्री होंगे। लेकिन फिलहाल उनकी ताजपोशी नही हो पाई हैं। राज्यपाल ने कहा है कि वह उनके नाम के समर्थन पत्र का पहले अवलोकन करेंगे। जबकि हेमंत सोरेन की याचिका पर गुरूवार को हाईकोर्ट सुनवाई करेगा,उनके समर्थकों ने झारखंड बंद का ऐलान भी किया है। इस कार्यवाही को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित समूचा विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर है।
काफी समय से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर ईडी की तलवार लटकी थी और वह ईडी के कई बार बुलावे पर भी उपस्थित नहीं हुए, लेकिन आखिर ईडी ने उन्हें राची में आज अपनी गिरफ्त में ले लिया औरउन्हें ईडी दफ्तर लाया गया आठ घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया बाद में ईडी उन्हें मुख्यमंत्री आवास ले गई जहां उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया है अब ईडी उनसे दुबारा पूछताछ करेगी।
जबकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की इस कार्यवाही के खिलाफ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हाईकोर्ट पहुंचे है उनकी याचिका पर कोर्ट गुरुवार को सुबह साढ़े दस बजे सुनवाई करेगी। इससे पहले उन्होंने ईडी अधिकारियों के खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज कराई जिसपर एससीएसटी एक्ट के तहत ईडी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद विधायक दल की बैठक में जेएमएम कांग्रेस आरजेडी एवं अन्य विधायकों ने जेएमएम के उपाध्यक्ष और विधायक चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना उसके उपरान्त सभी विधायक मिलकर राजभवन पहुंचे और चंपई सोरेन ने 43 विधायकों का हस्ताक्षर का समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा और मुख्यमंत्री पद का दावा करते हुए विधायकों की परेड कराने का आग्रह किया लेकिन राज्यपाल ने पत्र पर अवलोकन के उपरांत विचार करने की बात कही।
झारखंड में विधानसभा की कुल 82 सीटें है बहुमत के लिए 42 सीटें चाहिए, इनमें से 29 सीटें जेएमएम पर कांग्रेस पर 17 आरजेडी 1 बीजेपी 26 एजेएसयू 3 और अन्य 5 विधायक हैं।