- भाजपा को वोट देने वाले कांग्रेस विधायको के वोट रद्द,
- कांग्रेस की मांग मानी चुनाव आयोग ने…
नईदिल्ली , अहमदाबाद – कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने दो वोट खारिज कर दिये जैसा कि कांग्रेस के विधायक भोला भाई गोविल और राघवजी भाई पटेल ने क्रास वोटिन्ग कर अपने वोट बीजेपी प्रत्याशी बलवंत सिंह राजपूत को दिये थे लेकिन उन्होने वेलेट पेपर भाजपा प्रत्याशी अमित शाह स्मृति ईरानी और बलवंत सिंह राजपूत को दिखा दिया यही गलती वोट रद्द होने का कारण बनी, चुनाव आयोग ने उस दौरान की वी डी ओ रिकोर्डिन्ग भी दैखी उसके बाद उसने यह निर्णय लिया,इस तरह कांग्रेस की यह एक बड़ी सफ़लता मानी जा सकती है और प्रत्याशी अहमद पटैल ने जीत की तरफ़ अपना पहला कदम बड़ा दिया है।
भाजपा ने फ़िलहाल चुनाव आयोग पर दबाव बनाकर वोटो की गिनती रुकवादी है, भाजपा का कहना है कि हमारी शिकायत का अभी हल नही हुआ है इसलिये काउन्टिन्ग नही हो, फ़िलहाल चुनाव आयोग और भाजपा के बीच बातचीत का सिलसिला जारी है, चुनाव आयोग के आदेश होने के बावजूद मतगणना को रोकना आयोग की नजर मै असंवैधानिक है।
खास बात है बीजेपी की तरफ़ से कोई शिकायत ही नही है यह चुनाव आयोग के सूत्रो की खबर है परन्तु काउन्टिग क्यो रोकी यह बड़ा सवाल है, जबकि चुनाव आयोग ने रिटर्निन्ग आफ़ीसर को स्पस्ट आदेश दिये थे कि मतगणना कर शीघ्र परिणाम घोषित करे, वही कांग्रेस प्रत्याशी अहमद पटैल को एक और वोट का फ़ायदा होने की खबर है भाजपा के विधायक नलिन कोटरिया ने उनके पक्ष मै वोट किया है, उनका कहना है कि में पटेल समाज का बेटा हूं और भाजपा ने पटेल समाज के साथ न्याय नही किया मेने पटैल समाज के हित मै भाजपा के खिलाफ़ कांग्रेस प्रत्याशी अहमद पटैल को अपना मत दिया है।