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महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल, एनसीपी दोफाड़, 29 एमएलए सहित बीजेपी के साथ आए अजित पवार बने डिप्टी सीएम, पार्टी पर भी दावा ठोका

Ajit Pawar takes Oath
Ajit Pawar takes Oath

मुंबई/ महाराष्ट्र की राजनीति में आज बड़ा भूचाल आ गया शरद पवार को छोड़कर उनके भतीजे अजित पवार एनसीपी के 29 विधायकों के साथ बीजेपी के साथ आ गए और उन्होंने शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम की शपथ भी ले ली है साथ ही 9 विधायकों ने भी उनके साथ मंत्री पद की शपथ ली इस दौरान उन्होंने कहा कि 9 साल से केंद्र में मोदी सरकार मजबूत है इसी तरह महाराष्ट्र के विकास लिए यहां भी मजबूत सरकार चाहिए उन्होंने यह भी कहा विपक्ष में कोई दम नहीं वह बिखरा हुआ है और आपस में ही लड़ रहा हैं। उन्होंने एनसीपी पर भी अपना दावा ठोका है।

एनसीपी से बीजेपी के साथ आएं अजीत पवार के साथ अभी 29 विधायक आएं है उनके हस्ताक्षर का पत्र उन्होंने राज्यपाल को सौंपा इसके बाद अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली उनके साथ 9 अन्य विधायकों को भी राज्यपाल ने शपथ दिलाई। उनमें छगन भुजवल दिलीप वलसे पाटिल हसन मुशरिफ धनंजय मुंडे अदिति तटकरे संजय बनसाडे, भगवंत राव, अनिल पाटिल, धर्मराव बलवंत राव अत्राम, इस मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी मोजूद रहे।

इसके उपरांत अजित पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया इस मौके पर एनसीपी चीफ शरद पवार के विश्वसनीय रहे हाल में एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष बने प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजवल भी अजित पवार के साथ मोजूद थे। अजित पवार ने कहा कि हमारे साथ अभी 29 एनसीपी विधायक साथ आए है लेकिन उन्होंने दावा किया कि एनसीपी के 40 विधायक हमारे साथ है। हमें सभी नेताओं का समर्थन और आशीर्वाद प्राप्त है और सभी विधायकों को मान्य है हमने शरद पवार के नेतृत्व में काफी समय काम किया अब युवाओं को मौका मिलना चाहिए उन्होंने कहा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 9 साल में देश का विकास हुआ और हमने महाराष्ट्र और यहां की जनता के विकास के लिए यह कदम उठाया है हम सब पार्टी को मजबूत बनाने के साथ आगे मिलकर लोकसभा सहित अन्य सभी चुनाव लड़ेंगे।

अजित पवार ने एक सबाल पर कहा कि विपक्ष में कोई दम नहीं है वह आपस में लड़ता रहता है वह एक नही हो सकता उन्होंने एनसीपी पार्टी और उसके निशान घड़ी पर भी अपना दावा ठोका है उन्होंने कहा इसके लेकर वह लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।

इस राजनैतिक संकट के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा मुझे दुख है कि हमारी जो भूमिका है उससे अलग कुछ लोग चले गए है कल की बैठक में उठे सवाल का मैं हल करता उससे पहले ही अलग भूमिका ले ली गई लेकिन उसकी सच्चाई कुछ दिन में ही सामने आ जायेगी, लेकिन प्रफुल्ल पटेल से ऐसी आशा नहीं थी। एनसीपी नेता पवार ने कहा पीएम मोदी ने गत रोज एनसीपी को भ्रष्ट बताते हुए सहकारी बैंक और इरीगेशन का मुद्दा उठाया था अब इस कंमप्लेंट पर उनका क्या जवाब है क्या वह आरोप अब नहीं रहे मैं पीएम का इसके लिए आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा हमारे साथ यह पहली बार नहीं हुआ है 1986 में हमारे पास 58 विधायक थे 53 छोड़ गए लेकिन हम फिर 79 विधायक लेकर आए मैं जो विधायक छोड़कर गए उनमें से दो तीन ही जीते मैं अकेला था और सरकार बनाई मैं फिर जनता के बीच जाऊंगा और फिर से पार्टी खड़ी करूंगा एक सबाल पर शरद पवार ने कहा कुछ लोग पार्टी पर दावा कर रहे है कोर्ट जाने से इंकार करते हुए उन्होंने कहा लेकिन एनसीपी किसकी है यह जनता तय करेगी मैं कल यशवंतराव चव्हाण की प्रतिमा पर जाऊंगा और वहां एक रैली को संबोधित करूंगा,इसके बाद पूरे महाराष्ट्र में निकलूंगा हमारे साथ कार्यकर्ता और आम लोग है और रहेंगे जिससे मालूम हो जाएगा एनसीपी किसकी हैं।

इधर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने तुरत फुरत विधायक जितेंद्र अवाड़ को पार्टी का चीफ व्हिप और विधायक दल का नेता अर्थात नेता प्रतिपक्ष बनाने की घोषणा कर दी है।

खास बात है कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बने अजीत पवार सहित मंत्री बनाए गए तीन विधायकों और नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप है और उनके खिलाफ मामला कायम है जिसकी एसआईटी और केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही है। अजीत पवार सहकारी बैंक घोटाला के आरोपी है जिसकी एस आई टी जांच कर रही है छगन भुजवल महाराष्ट्र सदन घोटाले के आरोपी है जो जेल भी जा चुके है और ईडी ने मामला कायम किया था और वह मामले की जांच कर रही है मंत्री बने हसन मुशरिफ चीनी मिल घोटाले के आरोपी है और ईडी ने उनके खिलाफ मामला कायम किया है और जांच चल रही है इसके अलावा मंत्री बने सुनील तटकर सिंचाई घोटाले के आरोपी है और उसकी एसआईटी जांच कर रही हैं।

जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि,बीजेपी जनता की ताकत में विश्वास नहीं रखती बीजेपी केवल जोड़ तोड़ पर विश्वास रखती है उन्हें गहरा झटका लगेगा वह बिहार में भी कोशिश कर चुके है। जबकि शिवसेना नेता (उद्धव गुट) आदित्य ठाकरे ने कहा कि आज यह साबित हो गया कि इस गठजोड़ के पीछे व्यक्तिगत स्वार्थ है। जबकि संजय राउत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी जोड़ तोड़ की राजनीति ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी।

Tags : Politics

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