तुर्किये / तुर्किये (तुर्की) और सीरिया में आए भूकंप ने भारी तबाही मचा दी है अभी तक सैकड़ों बच्चों सहित 23 हजार से अधिक लोगों की मौत की खबर है कुछ घंटो के अंतराल से तीन बार आए इस भूकंप के तेज झटकों की रिक्टर पैमाने पर अधिकतम तीव्रता 7.8 आंकी गई है जबकि इस भूकंप का एपीसेंटर तुर्कीये का गाजियांटेप शहर था। राहत बचाव कार्य के साथ मलबे से लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई देशों ने तुर्कीये को हरसंभव मदद का भरोसा दिया हैं।
मिडिल ईस्ट के चार देश सोमवार को एक के बाद एक कर आएं भूकंप के तेज झटकों से कांप उठे, इनमें तुर्की सीरिया लेबनान और इजरायल शामिल है लेकिन तुर्किये और उससे 90 किलोमीटर दूर स्थित सीरिया को इस भूकंप ने पूरी तरह तहस नहस कर दिया और बड़ी बड़ी इमारतें ताश के पत्तो की तरह बिखर गई, और सैकड़ों लोग मलबे में दब गए और हज़ारों लोग घर से बाहर भागते नजर आएं।इस भूकंप का एपीसेंटर तुर्किये का गाजियांटैप शहर था। चूकि तुर्की के नजदीक सीरिया है इस कारण इस भूकंप का प्रभाव वहां भी अत्याधिक रहा। फिलहाल अभी तक मिली खबरों के मुताबिक तुर्की में 1500 और सीरिया में 805 लोगों की मौत हो चुकी हैं। राहत एवं बचाव कार्य के साथ मलबे से लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है लेकिन आपदा इतनी बड़ी है कि सारे संसाधन कमतर पड़ रहे हैं।
टर्कीश मीडिया के अनुसार सोमवार को तीन बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए सबसे पहले सुबह तड़के 4 बजे भूकंप आया जिसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7.8 थी उसके बाद सुबह 10 बजे फिर धरती हिली इस भूकंप की रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7.6 थी जबकि दोपहर 3 बजे 6.0 तीव्रता का तीसरी बार भूकंप आया। इस भूकंप का खासा असर तुर्किये (तुर्की) और सीरिया के अलावा आसपास के इलाकों में भी देखा गया जबकि दमिश्क अलेप्पो हमा और लताकिया समेत कई शहर भी इस भूकंप की जद में आने से बुरी तरह प्रभावित हुए।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों को श्रद्धांजली अर्पित की है साथ ही हर संभव मदद का भरोसा जताया है भारत प्रभावितों के लिए राहत सामग्री के साथ राहत एवं बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीमें तुर्की भेज रहा हैं। जबकि भारत के साथ रोमानिया अजर बेजान,इजराइल और नीदरलैंड भी रेस्क्यू टीमें भेज रहे हैं। जबकि रूस एक सैकड़ा बचाव कर्मी और 2 इल्योइशिन 76 एयरक्राफ्ट मदद के लिए भेज रहा है साथ ही इस आपदा से निबटने के लिए फ्रांस अमेरिका ब्रिटेन और चीन ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाएं है।
चिंताजनक है कि यूनाइटेड ज्यूलोजीकल सर्वे ( USGS) ने मृतकों की तादाद बड़ने की संभावना जताई हैं उसके मुताबिक जिस तेज गति का भूकंप आया और उससे जो तबाही देखी गई इससे मृतकों की संख्या 10 हजार तक पहुंच सकती हैं। इसके लिए USGS ने तथ्य भी दर्शाएं है 1939 में जब 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था तो उसमें 30 हजार लोगों की मौत हुई थी जबकि 1999 में 7.2 तीव्रता के भूकंप में 17 हजार लोगों की मौत हुई थी।
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