मुरैना/ मध्यप्रदेश के मुरैना में अपनी बहन के यहां भात देने गए ग्वालियर के हिंदू महासभा के जिला महामंत्री मोहनसिंह बघेल और उनके बड़े भाई की नहर में डूबने से मौत हो गई, जबकि उनके साथ जा रहा एक रिश्तेदार युवक तैरकर किसी तरह बाहर आ गया दोनों के शवो को पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर गुरुवार को नहर के पानी से बाहर निकाला है। घटना मुरैना जिले के देवगढ़ थाना इलाके के साला चौकी के पास घटित हुई।
दरअसल ग्वालियर निवासी मोहन सिंह बघेल (65 साल) अपने बड़े भाई बाबूलाल बघेल (75 साल) के साथ भात देने के लिए बुधवार को ग्वालियर से मुरैना पहुंचे थे. यहां अपने रिश्तेदार पंचम सिंह (25 साल) के साथ उसकी मोटरसाइकिल पर बैठकर तीनों उत्तमपुरा गांव के लिए निकले थे. उत्तमपुरा गांव में मोहन सिंह बघेल की बहन रहती है जहां बुद्धवार को भांजे की शादी में उन्हे को भात देना था। बताया जाता है मोटरसाइकिल को पंचम सिंह चला रहा था. बीच रास्ते में साला चौकी के पास एक मोड़ है अचानक दूसरी तरफ से तेज गति से सड़क पर आ रहे ट्रेक्टर को देखकर पंचम ने गाड़ी को सड़क से उतारकर कच्चे में उतार दिया और मोड़ पर कच्चे में अचानक मोटरसाइकिल अनियंत्रित हो गई और वह सीधी नहर के पानी में समा गई और मोटरसाइकिल समेत तीनों नहर के अंदर पानी में डूब गए किसी तरह पंचम सिंह तो तैर कर नहर से बाहर निकल आया लेकिन मोहन सिंह और उनके बड़े भाई बाबूलाल नहर के पानी में डूब गए और बाद में पानी से बाहर आकर पंचम ने सभी को खबर की।
जानकारी मिलने पर देवागढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक अंधेरा हो चुका था और दूसरे दिन आज गुरुवार की सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और आज दोपहर बाद मोहन सिंह बघेल और उनके भाई बाबूलाल बघेल के शवों को पुलिस ने गोताखोरों की मदद से नहर के पानी से बाहर निकाल लिया ।
देवगढ़ थाना प्रभारी अरुण कुशवाह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि दोनों मृतकों के शवों को नहर के पानी से बाहर निकाल लिया गया है और पोस्टमार्टम के लिए जौरा अस्पताल भेजा गया है. जैसा की मृतक मोहन सिंह बघेल हिंदू महासभा ग्वालियर के जिला महामंत्री थे समाजसेवी परिवार के दोनों भाइयों की मौत की खबर से ग्वालियर में उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा तो और हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं में भारी मायूसी देखी जा रही हैं।
बताया जाता है नहर के किनारे उत्तमपूरा गांव जाने वाला सड़क मार्ग सकरा है और उसपर तेज गति से टैक्टर आते जाते है जिससे आए दिन दुर्घटना होती रहती है ग्रामीणों ने इस मार्ग को चौड़ा करने की मांग भी शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कई बार की है लेकिन अभी तक किसी ने ध्यान नहीं दिया।