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उज्जैन में जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा 14 पर पहुंचा,
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10 हिरासत में 2 पर गैर इरादतन हत्या का मामला,
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टीआई सहित 4 निलंबित, सीएम ने दिये जांच के आदेश
उज्जैन – मध्यप्रदेश के उज्जैन में पिछले डेढ़ दिन में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा अब 14 पर जा पहुंचा है पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनमें शामिल दो पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया हैं। जबकि इस मामले में एक थाना प्रभारी सहित 4 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया जबकि मुख्यमंत्री इस मामले में एसआईटी के गठन करने के साथ एक जांच कमेटी भी बनाई है जो शुक्रवार को उज्जैन जाकर अपना काम शुरू करेगी। जबकि इस मामले में कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को घेरा हैं।
महाकाल की नगरी उज्जैन में बुद्धवार को मजदूरों की मौत का सिलसिला जो शुरू हुआ अभी तक जारी हैं बुद्धवार की सुबह उज्जैन के छत्री चौक सराय के फुटपाथ पर जब मजदूर रोजाना की तरह काम की तलाश में पहुंचे तो यहां दो मजदूर बेहोशी की हालत में पड़े दिखे, आगे दो और मजदूरों के शव मिले। खबर मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को उठाकर पीएम के लिये भेज दिये।
लेकिन जब तफ्तीश शुरू हुई तो तीन अलग अलग थाना क्षेत्रों में कुल 7 मज़दूरो के शव पुलिस ने बरामद होने से पुलिस और प्रशासन के हाथ पॉव फूल गये। लेकिन यह अकाल मौत का सिलसिला यही नही रुका और गुरूवार को भी शहर के नरसिंह घाट इलाके सहित सात और श्रमिकों की लाशें मिली हैं जिससे शहर में सनसनी फैल गई इस तरह दो दिन में इस जहरीली शराब पीने से अभी तक 14 मजदूरों की मौत हो चुकी हैं।
बताया जाता है यह सभी दिहाड़ी श्रमिक शराब पीने के आदी बताये जाते है और कहारवाड़ी इलाके से सस्ती झिंजर शराब जिसे पोटली दारू भी कहते है उसे पीते थे जैसा कि समझा जाता हैं इसी झिंजर शराब के पीने से इनकी मौत हुई रसायन विशेषग्यों के अनुसार यह शराब स्प्रिट और यूरिया से बनाई जाती हैं और अनुपात में ज्यादा अंतर होने से यह ज्यादा तीखी हो जाती हैं और जानलेवा भी हो सकती है ।
उज्जैन पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें शामिल यूनिस सिकंदर और गब्बर पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का आपराधिक मुकदमा दर्ज किया है जबकि इस घटना को लेकर संबंधित थाना क्षेत्र के टी.आई एस आई सहित 4 पुलिस कर्मियों के निलंबित कर दिया गया हैं।
जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांच के आदेश देते हुए एडीजी एसके झा के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया है साथ ही शुक्रवार को राजेश राजोरा के साथ 5 सदस्यीय टीम उज्जैन जाकर मुआयना करेगी और मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट देगी।
इधर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उज्जैन की घटना को लेकर शिवराज सरकार को घेरा हैं और ट्वीट करते हुए कहा है कि माफिया को – क्यों इन्हें बख्शा जा रहा हैं, क्यों इन्हें संरक्षण दिया जा रहा है, मृतकों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं, पीड़ितों को न्याय मिले, उनकी हरसंभव मदद हो दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।