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किसान आंदोलन में युवा किसान की मौत, दो दिन टला दिल्ली कूच, वार्ता टली, हरियाणा पुलिस पर कार्यवाही, मृतक को शहीद का दर्जा देने की मांग

Farmers Leader Sarvan Singh Pander PC
Farmers Leader Sarvan Singh Pander PC

अंबाला, खनौरी/ चार दौर की वार्ता फेल होने के बाद बुद्धवार को किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया था लेकिन शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच संघर्ष और टकराव हुआ और रबर की गोलियां की फायरिंग के साथ पुलिस ने लगातार ड्रोन से आंसू गैस के गोले बरसाए, इस बीच खनौरी बॉर्डर पर एक युवक की गोली लगने से मौत होने के बाद किसान पीछे हट गए और उन्होंने फिलहाल दो दिन के लिए दिल्ली कूच का कार्यक्रम रोक दिया है साथ ही एक निश्चित कार्ययोजना के साथ 23 फरवरी को आगे बड़ने का फैसला लिया है। बताया जाता है आगे बड़ने के दौरान अन्य लोगों के साथ किसान नेता सरबन सिंह पढ़ेंर और जगजीत सिंह डल्लेवाल भी घायल हुए डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि सरकार ने 5वी वार्ता का न्यौता भी दिया कृषिमंत्री ने कहा बातचीत से ही समाधान निकल सकता हैं। जबकि किसान नेताओं ने पंजाब सरकार से किसानों पर बर्बरता बरतने वाली हरियाणा पुलिस के खिलाफ कार्यवाही और मृतक किसान को शहीद का दर्जा देने की मांग की हैं। जबकि अभी तक 167 किसान जख्मी हुए है जिसमें 6 की हालत गंभीर है 6 किसान लापता हो गए है किसान नेताओं का आरोप है कि पुलिस ने किसानों पर पेलेट गन का भी इस्तैमाल किया।

पिछले 10 दिन से किसान एमएसपी और अन्य मांगों को लेकर सड़कों पर है और वार्ता फेल होने के बाद 21 फरवरी बुद्धवार को उन्होंने दिल्ली की ओर बड़ने का ऐलान किया था पंजाब हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर पोकलेन मशीन और जेसीबी का इंतजाम भी कर लिया था किसान हेलेमेट के साथ अश्रु गैस से बचने और उसे निष्क्रिय करने के साधन भी साथ लिए देखे गए थे।

इधर भारी संख्या के हरियाणा पुलिस और पेरा मिलिट्री फोर्स भी बॉर्डर पर तैनात थी 5 लेयर की सीमेंट की दीवार की बेरीगेटिंग के अलावा पुलिस ने भारी अवरोध सड़कों पर रखकर उन्हें जामकर दिया था।

जब किसान बॉर्डर की और बड़े तो उनपर पुलिस और फोर्स ने लगातार ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए साथ ही रबर की गोलियों से फायरिंग होती रही जिससे किसान बेरेगेट नही हटा सके लेकिन पुलिस की इस कार्यवाही ने अनेक किसान घायल हो गए इस बीच जगजीत सिंह डल्लेवाल जब आगे निकले तो अश्रु गैस के कुछ गोले उनके करीब फटे जिससे वह घायल हो गए बेहोशी की हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इधर दूसरे खनौरी बॉर्डर के मोर्चे पर सैकड़ों किसान दिल्ली की ओर बड़ने की कोशिश कर रहे थे यहां भी पुलिस उन्हें रोकने के लिए रबर की बुलट और आंसू गैस का इस्तेमाल कर रही थी तभी एक गोली शुभकरण ( 23 साल) नामक युवक को लगी घायल अवस्था में उसे अन्य किसान पटियाला के अस्पताल ले कर भागे लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया बताया जाता है उसके सिर में गोली लगी है पोस्टमार्टम के बाद ही साफ होगा कि यह गोली रबर की है या दूसरी गोली से उसकी मौत हुई है।

बताया जाता है किसान नेता सरबन सिंह पंढेर सहित अन्य कई किसान भी घायल हुए हैं। जब किसान और पुलिस के बीच यह संघर्ष हो रहा था इस बीच सरकार की तरफ से बातचीत का फिर से न्यौता आया। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा बातचीत से ही समाधान निकल सकता है सरकार एमएसपी पराली एफआईआर और अन्य मांगो पर हम फिर से वार्ता करने को तैयार है किसान टकराव का रास्ता छोड़े और सरकार से चर्चा करें।

लेकिन इस संघर्ष के बाद किसान संगठन और नेताओं के बीच बुद्धवार को एक बंद ट्रेक्टर ट्राली में बने कंट्रोल रूम में मीटिंग हुई जिसमें आगे की रणनीति पर विचार विमर्श हुआ और दो दिन तक आंदोलन रोकने पर सहमति बनी जिसमें सरकार के बुलावे पर भी चर्चा हुई, लेकिन अधिकांश किसानों का मत था कि हमारे एक युवा किसान की मौत हो गई अब सरकार से वार्ता किस मुंह से करेंगे।

जबकि जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि पंजाब सरकार खनोती बार्डर पर जिस युवा किसान शुभकरण की मौत हुई है उसे शहीद का दर्जा दे,उन्होंने कहा केंद्र और हरियाणा सरकार से हमारी लड़ाई है लेकिन पंजाब की सीमा में घुसकर हमला करने के मामले में हरियाणा पुलिस और उसके गृहमंत्री के खिलाफ पंजाब सरकार केस दर्ज कर कार्यवाही करे।

जबकि सरबन सिंह पंढेर ने आज एक तस्वीर जारी की जिसमें पुलिस फायरिंग कर रही है उन्होंने कहा है कि यह तस्वीर दिखाती है कि पुलिस किसानों पर सीधी फायरिंग कर रही है पंजाब सरकार को हमला करने वालों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करना चाहिए। जबकि किसान नेता बलदेव सिंह ने कहा है कि पुलिस ने हमारे केंपो और ट्रैक्टरो पर हमला किया उन्होंने कहा इसमें हमारे 167 किसान घायल हुए है 6 की हालत गंभीर है और 6 किसान लापता है अधिकांश घायलों के चेहरे और आंखों में गोलियां धसी है कई किसानों की आंखों की रोशनी भी जाती रही है उन्होंने पुलिस पर पेलेट गन के इस्तैमाल का आरोप भी लगाया है।

किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता सरबन सिंह पंढेर ने आज पत्रकार वार्ता में कहा किसानों पर अत्याचार और जुल्म के खिलाफ दोनों मोर्चो ने कल ब्लैक डे मनाने का निर्णय लिया है देश के 140 करोड़ लोग शामिल हो है घर गली कूचे में विरोध में काले झंडे लगाए और केन्द्र सरकार के पुतले का दहन करे उन्होंने कहा संविधान ने हमें आंदोलन का हक दिया है पीस फुल हमारे आंदोलन में हमे रोका जा रहा है एक 22 साल के युवा किसान शुभकरण को अलग खेत में गोली मार दी गई उसकी मौत हो गई दो बहने में अकेला भाई था हमारे कैंप में आकर पेरा मिलिट्री फोर्स के जवानों ने तोड़फोड़ की सात किसानों को पकड़ कर ले गए उन्हें बोरे में बंद कर बुरी तरह से मारा इसके खिलाफ पंजाब सरकार से हमारी बात हुई है उन्होंने कहा गतिरोध कहा है कि वह बार वार्ता करती है लेकिन यह बातचीत निर्णय तक क्यों नहीं पहुंचती वी इसके लिए सरकार जवाबदेह है जबकि हमारी मांगे स्पष्ट है उन्होंने कहा जब तक सरकार हमारी मांग नही मानती यह मोर्चा जारी रहेगा।

खास बात है शंभू और खनोती बॉर्डर पर जख्मी किसानों के शरीर से पेलेटस निकले है मेडिकल रिपोर्ट में भी आया है लेकिन हरियाणा पुलिस ने इससे साफ इंकार करते हुए कहा कि पुलिस ने पेलेट गन नही चलाई। जानकारी के मुताबिक इस आंदोलन के दौरान किसी न किसी कारण से अभी तक 3 किसान और 3 पुलिस कर्मियों की मौत हो चुकी है

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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