तीन दिनों में दो स्कूली छात्राओं की गोली से मौत, रहस्य बरकरार
ग्वालियर- ग्वालियर में एक और स्कूली छात्रा की गोली लगने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। गोली किन परिस्थितियों में लगी थी ये फिलहाल अभी पता नही चल सका है। उधर अपने ही घर की ही छत पर गोली से मरी स्कूली छात्रा की मौत पर रहस्य का पर्दा बरकरार है। गौरतलब है कि संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से घायल हुई 12वीं क्लास की छात्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई।
वह 14 दिन से अस्पताल में भर्ती थी। यंहा गोली गोली छात्रा की गर्दन में लगी थी। जिसकी पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है। दरसअल 20 दिसंबर 2017 को पुरानी छावनी थाना इलाके में रहने वाली 17 वर्षीय छात्रा छाया जाटव गोली लगने से घायल हो गई थी। जिसको उसके भाई ने खून से लथपथ हालत में कमरे में घायल अवस्था में देखा….जिसके बाद छात्रा के परिजन उसे सीधे ट्रामा सेंटर मैं लेकर पहुंचे जहां पर डॉक्टरों की टीम के द्वारा छात्रा का ऑपरेशन किया गया।
लेकिन 14 दिन के बाद आज गुरुवार की सुबह की रात उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उधर शहर के घास मंडी इलाके में शनिवार की दोपहर मंगलवार की दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत की आगोश में समाई लड़की की मौत पर पर्दा बरकरार है। हालांकि पुलिस ने 2 दिन बाद लड़की के घर की छत पर एक कोने में रखा देसी कट्टा बरामद कर लिया है लेकिन गोली मारने के बाद कोई कट्टा दूर ले आकर कैसे रख सकता है। यह सवाल पुलिस को परेशान किए हुए है। गौरतलब है कि घासमंडी में रहने वाली दीक्षा यादव नामक 14 साल की लड़की की सीने में गोली लगने के बाद मौत हो गई पहले परिवार के द्वारा कहा गया कि लड़की को गोली आसमान से आकर लगी है। लेकिन घाव पर कार्बन के जमा होने से यह थ्योरी पुलिस के गले नहीं उतरी।
गौरतलब है कि दीक्षा यादव नाम की यह 14 साल की लड़की मंगलवार की दोपहर अपने घर की छत पर अकेली थी, तभी उसे गोली लग गई। पहले जानकारी दी गई कि आसमान से आई गोली ने रिचा को घायल कर दिया है। परिजनों ने उसे शहर के उसी शहर के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया था, जहां रात में दौराने उपचार उसकी मौत हो गई। चर्चा है कि लड़की ने खुद को गोली मारी है, लेकिन नाबालिग लड़की ने खुद को गोली क्यों और किन हालातों में मारी यह भी पता नहीं चल सका है ।