मुंबई, अहमदाबाद/ अरब सागर से उठा पाकिस्तान के रास्ते भारत आने वाला “बिपरजॉय” चक्रवाती तूफान गुरूवार को कच्छ के जखो तट से टकराया जबकि इसका ज्यादा असर कच्छ के साथ सोराष्ट्र में देखा गया हवाओं की रफ्तार 125 किलोमीटर प्रति घंटे तक आंकी गई इस तूफान के दौरान समुद्री लहरें कई फीट ऊपर तक उठी साथ ही तेज आंधी के साथ बारिश हुई जिससे पेड़ उखड़ गए और 5 लोगों की मौत भी हो गई जबकि करीब 25 लोगों के घायल होने की खबर है। बिपरजॉय तूफान गुजरात और महाराष्ट्र में कहर बरपाने के बाद अब राजस्थान की ओर मुढ़ेगा लेकिन इससे पहले इसने जिसका असर हरियाणा मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पड़ेगा जिससे यहां तेज आंधी और बारिश होने के पूर्व अनुमान मौसम विभाग ने जताया है लेकिन इसकी गति लगातार कम होती जायेगी लेकिन इसके कहर से तहस नहस हुए जनजीवन को पटरी पर लाने में काफी समय लगने वाला है। जबकि इस तूफान का प्रभाव आने वाले मानसून पर भी पड़ेगा।
जैसा कि अनुमान था गुजरात के कच्छ स्थित जखाऊ तट से करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यह चक्रवाती तूफान टकराया था जिसके प्रभाव से रात भर लैंडफॉल चला इससे उत्पन्न हवाओं की रफ्तार 125 किमी प्रति घंटे तक थी लेकिन इससे पहले कच्छ व्दारिका जूनागढ़ पोरबंदर जामनगर मोरबी और राजकोट सहित तटीय क्षेत्रों में तेज अंधड़ के साथ जोरादार बारिश दर्ज की गई जिससे तटीय इलाकों में सैकड़ों बिजली के खंबे और हजारों पेड़ जड़ से उखड़ गए और गुजरात के 940 गांवों की बिजली गुल हो गई इस दौरान दाहोद खंभात महेशाणा में एक एक और भावनगर में 2 लोगों की मौत हो गई है जबकि 23 लोग घायल हुए है।
गुजरात के कच्छ के साथ द्वारिका और पोरबंदर के पोर्ट पर 6 मीटर ऊंची लहरें उठी जिससे सारा इलाके में जलभराव हो गया खतरे के मद्दे नजर प्रशासन ने 76 शेल्टर होम बनाएं थे उनमें लोगों को शरण दी गई महाराष्ट्र के मुंबई रत्नागिरी जामनगर और पालघर में भी इस तूफान का खासा असर देखा गया यहां भी तेज हवाओं के साथ बारिश का कहर देखा गया इस दौरान सैकड़ों पेड़ और बिजली के खंबे उखड़ गए तटीय इलाकों में इस तूफान का ज्यादा असर देखा गया एक आंकड़े के अनुसार करीब 1 लाख लोगों को समुद्री तटीय इलाकों से सुरक्षा के मद्देनज़र विस्थापित किया गया था। सरकार ने 7 एयरक्राफ्ट 15 विमान 21 हजार नावे लोगों की मदद के लिए लगाई थी जबकि गुजरात रूट की 99 ट्रेनों का संचालन बंद किया था। गुजरात और महाराष्ट्र के अलावा असम केरल राजस्थान कर्नाटक लक्षदीप अरुणाचल प्रदेश मेघालय और मध्यप्रदेश में इस का प्रभाव देखा गया जिससे आसमान पर बादल छाए रहे हवाएं ठंडी चलने के साथ अनेक जगह बारिश हुई।
मौसम विभाग के डीजी मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक बिपराजॉय तूफान यह जमीन पर पूर्व एवं उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है और इसकी गति 10 किमी प्रति घंटे की है शुक्रवार की शाम तक इस तूफान की ताकत धीरे धीरे कम होने लगेगी राजस्थान में यह एक डिप्रेशन वाले मौसमी सिस्टम की तरह प्रवेश करेगा और इससे दक्षिण राजस्थान में तेज हवाएं अंधड़ और 10 से 20 सेमी बारिश हो सकती है।
राजस्थान में इस तूफान का असर आज देखा जा रहा है और तेज हवाओं से कई पेड़ गिर गए है और बारिश भी शुरू हो गई है। लेकिन गुजरात और महाराष्ट्र से यह तूफान गुजर तो गया है लेकिन अपने पीछे जो तबाही का मंजर छोड़ गया है उससे निबटने और जीवन को फिर से पटरी पर लाने में प्रशासन को कई दिन लग जाएंगे।
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