जयपुर / गुजरात से मुड़कर बिपरजॉय चक्रवाती तूफान पश्चिम राजस्थान की ओर बढ़ गया है लेकिन इससे पहले ही यहां के मौसम का मिजाज बदल गया है और तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश शुरू हो गई है तूफान के मद्देनजर अति प्रभावित इलाकों में रेड अलर्ट और कम प्रभावित क्षेत्रों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि प्रशासन और पुलिस चौकन्ने है तो बॉर्डर पर बीएसएफ लगातार नजर बनाएं हुए है। खास बात है राजस्थान से लगे मध्यप्रदेश के इलाकों में भी इस तूफान का असर रहेगा और आसमान पर बादल छाने और हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना हैं।
तीन दिन तक प्रभावी रहने वाला यह चक्रवाती तूफान पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर और जालौन में सबसे पहले हिट करेगा जिसके रात के वक्त सक्रिय होने की संभावना व्यक्त की गई हैं लेकिन उससे पहले यहां मूसलाधार बारिश के शुरू हो गई है। सरकार ने नागोर सीकर पाली बूंदी भीलवाड़ा टोक जोधपुर जैसलमेर और सवाई माधोपुर में रेड अलर्ट जारी किया है जबकि बीकानेर राजसमंद उदयपुर डूंगरपुर में यलो अलर्ट जारी किया है।
जबकि मौसम विभाग ने नागोर सीकर पाली भीलवाड़ा बूंदी टोक सवाई माधोपुर में भारी बारिश की संभावना जताई है जबकि जयपुर जोधपुर चुरू दौसा अलवर करोली झुंझनू चित्तौड़गढ़ और राजसमंद में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही प्रशासन, पुलिस और सेना पूरी तरह सजग हैं।
बताया जाता है राजस्थान में यह चक्रवाती तूफान तीन दिन 16,17 और 18 जून तक रहेगा और 17 जून को जोधपुर उदयपुर और अजमेर संभाग में भारी बारिश होने की संभावना है जबकि 18 जून को अजमेर में चक्रवाती तूफान के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। आज तेज हवाओं और बारिश के दौरान राजस्थान के अलग अलग क्षेत्रों में अभी तक 581 पेड़ उखड़ गए जबकि 300 से अधिक बिजली के खंबे गिर गए हैं इसके अलावा तेज बारिश और मोसम बिगड़ने से 13 ट्रेन रद्द कर दी गई है और सभी फ्लाइट कैंसिल कर दी गई है साथ ही प्रभावित इलाकों में सरकार ने कोचिंग स्कूल बंद करने का ऐलान कर दिया हैं इससे साफ है इस चक्रवाती तूफान का आगाज हैं जिससे राजस्थान में भी तबाही के आसार बढ़ गये हैं।