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खतरे का अलार्म, अब आ रहा हैं “बिपरजॉय”, कभी भी टकरा सकता है गुजरात के तटीय क्षेत्र से, महाविनाशकारी चक्रवाती तूफान

Cyclone
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मुंबई, अहमदाबाद/ अब अरब सागर के रास्ते चक्रवाती तूफान “बिपरजॉय” भारत आ रहा है यह भारत के पश्चिमी तटीय इलाकों से टकराकर विनाश मचा सकता है आशंका है कि यह तूफान 14 या 15 जून को भारत के गुजरात के तटीय इलाकों में प्रवेश कर सकता है इसको लेकर प्रभावित क्षेत्रों खासकर गुजरात और महाराष्ट्र में एलर्ट जारी कर दिया गया है यह तूफान सौराष्ट्र और कच्छ इलाके में ज्यादा तबाही मचा सकता है राहत एवं बचाव के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं। संभावना व्यक्त की जा रही है इस तूफान के दौरान समुद्र में 5 मीटर तक लहरें उठ सकती है और 150 mph से तेज हवाएं चल सकती है मोसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस तूफान के विनाशकारी होने के साथ तबाही और कहर ढाने के आसार हैं। जबकि समुद्र में अभी से तेज और ऊची ऊची लहरें उठना शुरू हो गई है जो इस तूफान के आगाज का संकेत कहा जा सकता हैं।

चक्रवाती तूफान का नाम “बिपरजॉय” बंगलादेश ने रखा है यह अभी पोरबंदर के दक्षिण पश्चिम में करीब 400 किलोमीटर की दूरी पर है जो दक्षिण पूर्व अरब सागर से उठने वाला पहला चक्रवती तूफान है संभावना है इस तूफान के दौरान 150 mph की तेज हवाएं चलेंगी और बारिश ओले पड़ने के साथ साथ बिजली भी गिर सकती है यह चक्रवाती तूफान समुद्र में 5 मीटर तक ऊंची लहरें ला सकता है जिससे इसकी विभीषिका समझी जा सकती है जो तबाही मचा सकता है।

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के पहले पाकिस्तान की ओर मुड़ने की संभावना थी लेकिन अब यह कराची से होता हुआ गुजरात के कच्छ के समुद्र तट से टकराएगा और भारत में प्रवेश करेगा इसके बाद यह द्वारिका पोरबंदर बलसाड़ होता हुआ मुंबई की तरफ बड़ेगा और उसके बाद इस तूफान के गोवा और कर्नाटक के तटीय इलाकों से टकराने की संभावना है।इस तूफान से गुजरात और महाराष्ट्र के जो तटीय शहर प्रभावित हो सकते है उनमें व्दारिका कच्छ पोरबंदर वलसाड अहमदाबाद जूनागढ़ अमरेला, सौराष्ट्र मुंबई रत्नागिरी वर्ली जूहू और पालघर शामिल हैं।

इस तूफान का सबसे ज्यादा असर कच्छ और सौराष्ट्र में देखा जा सकता है जबकि कराची के बाद कच्छ और सोराष्ट्र पोरबन्दर मुंबई बलसाड़ इसकी जद में है इस तूफान का असर 10 दिन तक रहने की आशंका है जिससे पेड़ टूटने के साथ उखड़ जाएंगे बिजली गिरेगी टेलीफोन के खंबे गिर जायेंगे। इस तूफान को देखते हुए कच्छ में धारा 144 लगा दी गई हैं कॉलेज स्कूल बंद कर दिए गए है।

गुजरात और मुंबई में सभी मछुआरों से समुद्र तट से दूर रहने की चेतावनी प्रशासन और पुलिस ने दी है साथ ही पर्यटकों को भी समुद्र से दूरी बनाए रखने और खुद अपनी सुरक्षा करने की अपील की गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित तटीय इलाकों में तैनात कर दी गई है खतरे के निशान के रूप में समुद्र के तटीय क्षेत्रों में लाल फ्लेग लगाएं गए है जो समुद्र से दूरी बनाये रखने की चेतावनी है साथ ही 4 हजार लोगों को समुद्र के पास से विस्थापित करने की योजना है जिसके तहत आधे लोग हटाएं भी जा चुके हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के खतरे के मद्देनजर एक रिव्यू मीटिंग भी ली है जिसमे उन्होंने इससे निबटने की व्यवस्थाओं की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए इस मौके पर गृह विभाग सेना एनडीआरएफ और संबंधित सभी अधिकारी मोजूद रहे।

Tags : CycloneCycloneBiparjoy
Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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