अगवा मासूम भाइयों की निर्मम हत्या शव जमुना नदी में फ़ैके, पुलिस ने 6 आरोपियो को किया गिरफ़्तार, बीटेक के छात्र हैं आरोपी,
चित्रकूट में गुस्साए लोगों का जोरदार प्रदर्शन,पुलिस से टकराव हुआ लाठीचार्ज अश्रु गैस छोड़ी
रीवा -चित्रकूट/ चित्रकूट से 12 दिन पहले किडनेप किये गये, दौनो बच्चो की हत्या करके उनके शवो को बांदा में अंगासी के पास जमुना नदी में फ़ैक दिया था,
खास बात हैं आरोपी बीटेक के छात्र हैं जिन्होंनेे बच्चो के परिजनो से 20 लाख फ़िरोती भी बसूल ली थी पुलिस ने इस जघन्य अपराध का पर्दाफ़ाश करते हुए 6 युवको को हिरासत में ले लिया हैं, इधर इस घटना को लेकर चित्रकूट के लोगों में भारी आक्रोश और लोग सडको पर उतर आये हैं और प्रदर्शन के दौरान पुलिस और उनकेबीच टकराव की खबर हैं इस दौरान लाठीचार्ज और अश्रुगैस के गोले भी पुलिस ने छोड़ें हैं फ़िलहाल पुलिस स्थिति काबू में करने की कोशिश में जुटी हैं|
12 फ़रवरी को चित्रकूट के तेल व्यवसाई ब्रजेश रावत के 6 वर्षीय जुड़वा बच्चो प्रियान्श और श्रेयान्श का स्कूल से लौटते समय हथियारो की नोक पर बस से ही अपहरण कर लिया गया था, किडनेपर्स बाइक पर सबार होकर आये थे, पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर हर सम्भावित पहलू पर तफ़्तीश कर खोजबीन की लेकिन वह असफ़ल रही,इस बीच कई फ़र्जी काल परिजनों पर आये तो अगवा करने वाले बदमाशों ने भी एक करोड़ की फ़िरोती की मांग की,इस बीच 20 फ़रवरी कोअ अपहरणकर्ताओने पिता को फ़ोन किया और 20 लाख पर सहमति बनी पिता ब्रजेश रावत ने धमकी के चलते पुलिस से छुपाकर उन्हें रकम भी दे दी लेकिन बच्चे नही लौटे|
पुलिस को जब जानकारी मिली तो वह काल डिटेल की तहकीकात के आधार पर रोहित व्दिवेदी निवासी ग्राम भबुआ थाना बेबरु जिला बाँदा उत्तर प्रदेश तक पहुंची ,पुलिस ने जब उसको पकड़कर पूछताछ की तो वही रहने वाला राजू व्दिवेदी पुलिस की गिरफ़्त में आया जिसको गर्म करने पर इस अपहरणकाण्ड से पर्दा उठा|
इसमें बताया कि इस अपराध में उस सहित आधा दर्जन दोस्त शामिल थे, प्रियान्श और श्रेयान्श का अपहरण कर इन्होंने उन्हें चित्रकूट के कुन्ड पानी टंकी वाले मौहल्ले में बेहोश करके रखा उसके बाद फ़िरोती के लिये प्रयास करते रहे लेकिन अपहरण के तीन दिन बाद ही पकड़े जाने के डर से इन्होंने दौनो बच्चो को बाँदा में अंगासी के पास जमुना नदी में फ़ैक दिया था|
पुलिस इन तक कैसे पहुँची यह भी बड़ा दिलचस्प हैं जिससे इनके शातिर होने का भी पता चलता हैं यह जब बच्चो के पिता को फ़ोन करते थे तो किसी अन्य का मोबाइल इस्तैमाल करते थे, इस बीच एक व्यक्ति जिसका इन्होंने मोबाइल लिया था संदेह होने पर उसने इनकी बाइक का नम्वर सहित फ़ोटो खीच लिया वह किसी तरह पुलिस पर आया और बाइक नम्वर के आधार पर पुलिस पहले रोहित व्दिवेदी तक और फ़िर सरगना राजू व्दिवेदी तक पहुँची,बताया जाता हैं बच्चो को इन्होंने तीन दिन तक जहां बंद करके रखा वह जगह घटना स्थल से केवल एक किलोमीटर दूर थी|
आई जी रीवा के मुताबिक पुलिस ने राजू व्दिवेदी सहित पदम शुक्ला, लकी तोमर, रामकेश यादव रोहित व्दिवेदी पिन्टू उर्फ़ पिन्टा यादव को अपहरण हत्या और फ़िरोती सहित अन्य धाराओ के तहत गिरफ़्तार कर लिया हैं और उनसे फ़िरोती की रकम अपहरण और हत्या में प्रत्युत देशी कट्टे,3 बाइक और एक बोलेरो वाहन बरामद कर लिया हैं पुलिस के मुताबिक सभी छ्ह अपराधी 22 से 26 साल की उम्र के है और चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में बी टेक के छात्र हैं,और पिन्टू हमीरपुर टो बाकी 5 अरोपी बांदा जिले के रहने वाले हैं, आई जी ने बताया अपहरण के आरोपियो ने गत 19 फ़रवरी को बच्चो से परिजनो की बात भी कराई थी,और बोलेरो गाडी पर बीजेपी का झंडा लगा था, वही इस किडनेपिन्ग और डबल मर्डर केस में बजरंग दल के एक संयोजक का नाम भी सामने आ रहा हैंं|




